खट्टर सरकार नहीं दे पाई महिल आईएएस को सुरक्षा, दुखी होकर रानी नागर ने दिया इस्तीफा, मायावती के गांव की है अधिकारी

हरियाणा में तैनात आईएएस अफसर रानी नागर (IAS RANI NAGAR) चर्चा में हैं. क्योंकि उन्होंने आईएएस (IAS) पद से इस्तीफा दे दिया है. अब वो हरियाणा से उत्तरप्रदेश के गौतमबुद्धनगर लौट आई हैं. इनका आरोप है कि इनकी जान को खतरा था और इन्हें हरियाणा में भाजपा की खट्टर सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था नहीं दिया। जिसको लेकर इस होनहार आईएएस अफसर को कदम उठाना पड़ा. ये वर्ष 2014 बैच की आईएएस अफसर हैं. गौरतलब है कि वर्ष 2017 में इनका एक वरिष्ठ अधिकारी से विवाद हो गया था। जिसको लेकर ये चर्चा में थी.

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IAS RANI GANGAR
रानी नागर, आईएएस .

हरियाणा में तैनात आईएएस अफसर रानी नागर (IAS RANI NAGAR) चर्चा में हैं. क्योंकि उन्होंने आईएएस (IAS) पद से इस्तीफा दे दिया है. अब वो हरियाणा से उत्तरप्रदेश के गौतमबुद्धनगर लौट आई हैं. इनका आरोप है कि इनकी जान को खतरा था और इन्हें हरियाणा में भाजपा की खट्टर सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था नहीं दिया। जिसको लेकर इस होनहार आईएएस अफसर को कदम उठाना पड़ा. ये वर्ष 2014 बैच की आईएएस अफसर हैं. गौरतलब है कि वर्ष 2017 में इनका एक वरिष्ठ अधिकारी से विवाद हो गया था। जिसको लेकर ये चर्चा में थी. मगर अब इन्होने इस्तीफा दे दिया है. इसपर बसपा प्रमुख मायावती ने नाराजगी जताई है. उन्होंने जांच की मांग की है.

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चार मई को लिखा अपना इस्तीफा

रानी नागर ने फेसबुक पर यह इस्तीफा दिया है. मैं रानी नागर पुत्री रतन सिंह नागर निवासी ग़ाज़ियाबाद गाँव बादलपुर तहसील दादरी ज़िला गौतमबुद्धनगर आप सभी को सूचित करना चाहती हूँ कि मैंने आज दिनाँक 04 मई 2020 को आईएएस के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। मैं व मेरी बहन रीमा नागर माननीय सरकार से अनुमति लेकर चंडीगढ से अपने पैतृक शहर ग़ाज़ियाबाद वापस जा रहे हैं। हम आपके आशीर्वाद व साथ के आभारी रहेंगे।

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एक मई को की थी अपील

रानी नागर ने एक मई को अपने फेसबुक ये अपील किया था. मैं रानी नागर पुत्री रतन सिंह नागर निवासी ग़ाज़ियाबाद गाँव बादलपुर तहसील दादरी ज़िला गौतमबुद्धनगर आप सभी को यह भी सूचित करना चाहती हूँ कि मैंने माननीय उत्तर प्रदेश सरकार एवं माननीय चंडीगढ प्रशासन को भी लिखित में ई-मेल के माध्यम से प्रार्थना-पत्र जमा किये हैं। मैंने उक्त प्रार्थना-पत्रों में माननीय उत्तर प्रदेश सरकार एवं माननीय चंडीगढ प्रशासन से अनुरोध किया है कि मैं रानी नागर व मेरी बहिन रीमा नागर को चंडीगढ से ग़ाज़ियाबाद पहुँचने के लिए आवश्यक पास जारी किए जाएँ जिससे मैं रानी नागर व मेरी बहिन रीमा नागर चंडीगढ से ग़ाज़ियाबाद पहुँच सकें।

2018 में ये था मामला

वर्ष 2018 में आईएएस रानी नागर ने अपने वाल पर यह बात लिखी थी…

नमस्कार।

मैं आप सभी को मेरे हो रहे यौन शोषण बारे सूचित करना चाहती हू। मैंने दिनांक 09 मई 2018 से अतिरिक्त सचिव, पशुपालन विभाग, हरियाणा सरकार, चंडीगढ़ पद का कार्यभार ग्रहण किया था। विभाग में मेरे उच्च अधिकारी श्री सुनील के गुलाटी जी, आई ए एस, अतिरिक्त मुख्य सचिव, पशुपालन विभाग, हरियाणा सरकार हैं।

मेरे उच्च अधिकारी श्री सुनील के गुलाटी जी एवं इनके साथियों द्वारा मेरा यौन शोषण किया जा रहा है। मैं आपके साथ कुछ पत्र साझा कर रही हूँ जो मैंने माननीय राष्ट्रपति महोदय भारत गणराज्य कार्यालय की सरकारी वेबसाईट पर उपलब्ध ईमेल व माननीय भारत सरकार कार्यालय की सरकारी वेबसाईट ‘मेरी सरकार’ पर उपलब्ध ईमेल पर विभिन्न तिथियों पर भेजे हैं।

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1) श्री सुनील के गुलाटी जी ने दिनांक 22 मई 2018 को मुझे अपने कार्यालय कमरे में दोपहर को बुलाया और मुझसे पूछा कि तुम्हारा मोबाइल कहाँ है। मोबाइल मेरे बैग में था। इसके बाद श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे धमकाया और मुझसे कहा ‘ देखो मैं तुम्हें समझा रहा हूँ, अगर एक बार में समझ जाओगी तो तुम्हारे लिए अच्छा होगा, नहीं तो सारी नौकरी में परेशानी रहेगी। तुम फ़ाईलों पर ये सब क्यों साफ़ साफ़ लिखती हो के विभाग ने क्या क्या ग़लत किया है। जो तुम फ़ाईल पर लिखती हो उसे मैं हमेशा रद्द कर सकता हूँ, लेकिन तुम्हें इसका नुक़सान उठाना पड़ेगा। मैं तुम्हारी धज्जियाँ उड़ा दूँगा। अगर तुम फ़ाईलों पर नोटिंग पर टिप्पणी लिखना बन्द नहीं करोगी, तो मैं तुम्हारे खिलाफ शिकायत कर दूँगा, और अगर मैं तुम्हारे ख़िलाफ़ शिकायत कर दूँगा, तो तुम्हें परेशानी हो जायेगी। मैं दो महीने में तुम्हारा इस विभाग से तबादला करवा दूंगा। तुम फ़ाईलों पर जो लिखती हो वह सब पूरी तरह बकवास है। अगर तुमने फाईलो पर टिप्पणी लिखनी बन्द नहीं कीं तो सारी नौकरी में तुम्हें ‘बाधा डालने वाली’ का तमग़ा मिल जाएगा।

2)दिनांक 18 मई 2018 को श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे अपने कार्यालय कमरे में सांय 5 बजकर 40 मिनट पर बुलाया और रात 7.30 बजे तक मुझे अपने कमरे में बैठाये रखा।

3)दिनांक 21 मई 2018 को श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे अपने कार्यालय कमरे में सांय 5 बजे पर बुलाया और रात 8 बजे तक मुझे अपने कमरे में बैठाये रखा।

4)दिनांक 31 मई 2018 को श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे अपने कार्यालय कमरे में दोपहर में बुलाया और अपने स्टाफ़ को निर्देश दिये कि किसी अन्य व्यक्ति को कमरे के अन्दर ना आने दें। श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझसे पूछा कि ‘मुझे बताओ कि तुम किस तरह का काम करना चाहती हो, तुम ‘टाईमपास’ का कार्य करना चाहती हो या तुम कार्यालय का काम करना चाहती हो। मैं तुम्हें वही काम दूँगा जो तुम करना पसन्द करोगी।’ श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे धमकाया कि ‘ फाईलों पर नोटिंग पर तुम कोई टिप्पणी नहीं लिखा करो और तुम सिर्फ़ अपने हस्ताक्षर किया करो। अगर तुम फाईलों पर नोटिंग पर टिप्पणी लिखोगी तो मैं तुम्हारी ACR वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट ख़राब लिख दूँगा।’ श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे धमकाया कि ‘ऐसे टिप्पणी फाईलों की नोटिंग पर लिखोगी तो कोई तुम्हें उल्टा टाँग देगा, तुम्हारी मंजी ठोक देगा। हम लोग माफ़ी नहीं देते हैं। मैं तुम्हारी ACR वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट ठोक दूँगा। मैं अभी तुम्हें मौखिक तौर पर कह रहा हूं।मैं तुम्हारी ACR वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट में लिखकर तुम्हारी ACR वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट ख़राब कर दूँगा। कितनी मेहनत करके तुम आई ए एस बनी हो, सब ख़राब हो जाएगा।’

5)श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझसे कहा ‘ जब कोई नयी दुल्हन आती है घर में तो उसे समझाना पड़ता है, मैं तुम्हें समझा रहा हूँ’।

6)श्री सुनील के गुलाटी जी का व्यवहार बहुत ही अमर्यादित एवं अनैतिक है।

7)दिनांक 06 जून 2018 को श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे अपने कार्यालय कमरे में सांय 5 बजे बुलाया और रात 7.39 बजे तक मुझे अपने कार्यालय कमरे में बैठाए रखा। मैं श्री सुनील के गुलाटी जी के सामने मेज़ के दूसरे ओर पर बैठी हुयी थी, श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझसे कहा के ‘उठकर मेरी ( श्री सुनील के गुलाटी जी की) कुर्सी के नज़दीक आओ’। मै उठकर मेज़ के दूसरी तरफ़ पहुँची, तो श्री सुनील के गुलाटी जी मुझे कम्प्यूटर चलाना सिखाने का बहाना करने लगे। मैं बहुत जल्दी करके वापस अपनी कुर्सी पर वापस पहुँची। थोड़ी देर बाद श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझसे कहा ‘तुम्हारे पास सरकारी गाड़ी है, शनिवार को उठो और घूम फिर आया करो’। थोड़ी देर बाद श्री सुनील के गुलाटी जी अपनी कुर्सी पर से खड़े हुए और कोई काग़ज़ ढूँढने का बहाना करते हुए मेरी कुर्सी के बिल्कुल क़रीब आ गए और मेरी कुर्सी को हाथ से धक्का मारा। थोड़ी देर बाद श्री सुनील के गुलाटी जी फोन पर किसी को मेरे सामने ही ‘यू ब्लडी’ अपशब्द बोलकर बात करने लगे।

8)श्री सुनील के गुलाटी जी एवं उनके साथी मुझे धमका रहे हैं तथा मेरा शोषण कर रहे हैं क्योंकि मैंने अपने शोषण के विरूद्ध शिकायत करी एवं माननीय न्यायालय में बयान दिए।

9)माननीया श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा जी, आई ए एस, अतिरिक्त मुख्य सचिव, राजस्व विभाग, हरियाणा सरकार द्वारा मुझे मौखिक आदेश दिए जा रहें हैं कि मैं कोई भी शिकायत लिखित में दर्ज ना करवाऊँ।

10)दिनांक 09 मई 2018 से मेरी पुलिस सुरक्षा हटा दी गयी है, जिसके बारे मैं माननीय उच्च अधिकारियों को एवं माननीय डी जी पी महोदय हरियाणा पुलिस को भी सूचित कर चुकी हूँ।

11)श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे आदेश दिए हैं कि वह ज़िला रोहतक, हरियाणा में इतवार 10 जून 2018 को एक मीटिंग करेंगे जिसमें मेरा अाना अनिवार्य है। मीटिंग में श्री सुनील के गुलाटी जी दोपहर 2.45 से सांय 5 बजे तक अपने व्यक्तिगत विचार सुनाऐंगे कि जीवन व कार्यक्षेतर् का लक्ष्य एक कैसे हो। सांय 5 बजे के बाद मुझे बिना किसी सुरक्षाकर्मी के रोहतक से चंडीगढ़ पहुँचना होगा जिसमें रात के 10 या 11 बज जाने की सम्भावना है। मुझे अंदेशा है कि श्री सुनील के गुलाटी जी एवं उनके साथी रात के समय मुझ पर हमला कर सकते हैं।

12)मैं बार बार उपरोक्त पत्रों में निवेदन कर रही हूँ कि श्री सुनील के गुलाटी जी के कार्यालय कमरे के सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिग की जाँच की जाए तथा मुझे उपयुक्त सुरक्षा प्रदान की जाए तथा दोषियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाए। किन्तु मुझे इस अत्याचार एवं शोषण को चुपचाप सहते रहने के लिए लगातार मजबूर किया जा रहा है।

https://www.facebook.com/ias.raninagar/posts/215060025956629

(जैसा आईएएस रानी नागर ने अपने फेसबुक वाल पर लिखा है.)

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