आज़मगढ़ और रामपुर में क्या चल पाएगी साइकिल, हाथी और कमल कर पाएंगे वापसी

अभी ऐसा लग रहा है कि आजमगढ़ सीट पर बसपा लड़ाई में आ गई है. गुड्डू जमाली बसपा के प्रत्याशी है और जमाली (Shah Alam guddu jamali) दो बार मुबारकपुर से विधायक भी रह चुके हैं.

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Azamgarh Lok sabha by election
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  • आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव
  • अखिलेश यादव और आजमखान ने छोड़ी है ये सीट

संतोष कुमार पांडेय | आजमगढ़/ रामपुर 

उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ (Azamgarh Lok Sabha By Election) और रामपुर लोकसभा की सीट पर 23 जून को मतदान हो रहा है. इन सीटों पर समाजवादीपार्टी के नाक का सवाल है. और भाजपा यहाँ पर पूरी तकात लगा चुकी है. अभी ऐसा लग रहा है कि आजमगढ़ सीट पर बसपा लड़ाई में आ गई है. गुड्डू जमाली बसपा के प्रत्याशी है और जमाली (Shah Alam guddu jamali) दो बार मुबारकपुर से विधायक भी रह चुके हैं.

इस बार उन्हें विधान सभा के चुनाव में हार मिली है. वहीँ आजमगढ़ में दिनेश लाल यादव उर्फ़ निरहुआ (Dinesh Lal Yadav Nirhua) भाजपा की तरफ से दावेदारी कर रहे हैं. जमीनी हकीकत तो यही बता रही है कि लड़ाई आसान हैं. आज़मगढ़ और रामपुर में क्या चल पाएगी साइकिल, हाथी और कमल कर पाएंगे वापसी ? इसे जानने के लिए पढ़िए ये रिपोर्ट |

पहले समझिये आजमगढ़ (Azamgarh Lok Sabha By Election) की वस्तुस्थिति। आजमगढ़ में 1149 मतदान केंद्र और 2176 मतदान स्थल बनाए गए हैं, जहां 18,38,000 मतदाता अपने मताधिकारों का प्रयोग कर सकेंगे। आजमगढ़ में कुल 13 उम्मीदवार इस उपचुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र में यादव और मुस्लिम मतदाताओं का दबदबा है। यहां यादव वोटरों की तादाद 21% है जबकि मुस्लिम मतदाता 15% हैं।

इसके अलावा 20 प्रतिशत दलित तथा 18 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग के गैर यादव मतदाता हैं। वर्ष 2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा था और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यहां से भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ को तीन लाख 61 हजार मतों से हराया था। इस बार लड़ाई में हाथी और कमल का फूल भी लौटा है. मतदान के बाद भी पलड़ा किसका भारी है यह तो परिणाम के दिन पता चलेगा।

रामपुर (rampur lok sabha by election) से सपा उम्मीदवार असीम राजा पिछले चार दशकों से आजम खां के सहयोगी रहे हैं जबकि भाजपा ने यहां से घनश्याम लोधी को प्रत्याशी बनाया है। बसपा ने यहां अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है। रामपुर में भाजपा ने प्रचार की कमान संसदीय कार्य व वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को सौंपी है। आजमगढ़ में प्रचार का जिम्मा कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही को दिया गया है। इस बार आजमखान ने बहुत कुछ खेल किया है. ऐसे में इस बार बहुत कुछ बदल सकता है. परिणाम इंतजार सभी को है.


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