- रुबीना ने ज्ञानवापी मस्जिद को हिन्दुओं को देने की कही थी बात
- समाजवादी पार्टी ने पार्टी पद से बर्खास्त किया
पोलटॉक नेटवर्क | लखनऊ/ आदित्य कुमार
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की महिला नेता रुबीना खानम (Rubina Khanum) अक्सर अपने बयानों के चलते चर्चा में बनी रहती हैं। हाल में ही उन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) को लेकर एक बयान दिया था। रुबीना खानम के इस बयान को समाजवादी पार्टी ने अनुशासनहीनता बताया है। सपा सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल (Naresh Uttam Patel) ने रुबीना खानम को उनके पद से मुक्त कर दिया है।
रुबीना खानम ने किया पलटवार
समाजवादी पार्टी द्वारा पद मुक्त किये जाने के बाद नेता रुबीना खानम ने विडियो संदेश जारी कर कहा, “अभी-अभी मेरे पास एक लेटर आया है, जिसमें लिखा हुआ है कि अनुशासनहीनता को देखते हुए पार्टी आपको पद मुक्त कर रही है। रुबीना खानम ने कहा, “सभी समुदाय की बात करना, पूरे देश की बात करना, सच और इंसाफ की बात करना, मुसलमानों और हिंदुओं के सम्मान की बात करना बात करना, यह अनुशासनहीनता कब से हो गया है? मुझे हैरानी इस बात की है कि मुझे उन्होंने पद मुक्त इसलिए किया है कि मैंने अनुशासनहीनता की है। ऐसी अनुशासनहीनता तो मैं बार-बार करना चाहूंगी।
ऐसी पार्टी ने नहीं रहूंगी जहाँ बोलने का अधिकार न हो
रुबीना खानम ने विडियो संदेश में कहा, “अब मेरा समाजवादी पार्टी में भी रहने का कोई मतलब नहीं है। ऐसी पार्टी में मैं खुद नहीं रहना चाहती, जहां मुझे सच बोलने का अधिकार ना हो, जहां मैं हिंदू भाइयों की बात नहीं कर सकती, जहां मैं देश की बात नहीं कर सकती। पहले मैंने इस पार्टी में रहते हुए तुष्टीकरण की राजनीति की, सिर्फ एक तरफा एक वर्ग विशेष की राजनीति की, लेकिन जब मुझे ज्ञान हुआ।
बहु का सम्मान न कर सकी सपा-रुबीना
उन्होंने कहा कि मेरी आत्मा और जमीर ने कहा मैं जिस देश में रहती हूं उस देश की बात करनी चाहिए। जिस देश का मैंने नमक खाया है, उस देश की बात करनी चाहिए। मुझे किसी पार्टी की बात नहीं करनी चाहिए। रुबीना खानम ने कहा, “सबसे बड़ी बात तो ये है कि जिस पार्टी में बहू अर्पणा यादव का सम्मान नहीं हो सका, वह पार्टी मेरा क्या सम्मान करेगी? ऐसी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देती हूं। ”
दरअसल हाल में रुबीना खानम ने ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर एक बयान दिया था। रुबीना खानम ने अपने बयान में कहा था कि यदि मंदिर को तोड़कर ज्ञानवापी मस्जिद बनाई गई थी, तो मुस्लिम भाइयों को उस जमीन को हिंदू भाइयों को दे देनी चाहिए। रुबीना के इस बयान के बाद सपा में उनका विरोध हुआ था।