देश में लॉकडाउन चल रहा है. ऐसे में बैंक की स्थिति जरा जान लेते है. वहां पर कितनी तत्परता से काम हो रहा है. जिसकी वजह से किसी को रूपये निकालने और रोजमर्रा की चीजों में कोई परेशानी न हो. जैसा की आपको पता होगा कि पोलटॉक इन्हें कोरोना वारियर्स मानता है. इसलिए हम इन्हें सलाम करते हैं. आइये जानते हैं जयपुर की आईडीबीआई बैंक में कैसे काम चल रहा है. आईडीबीआई बैंक के सी-स्कीम ब्रांच के प्रबंधक प्रवीन चौबे ने इस मुद्दे पर जानकारी दी और उन्होंने यह भी कहा कि बैंकिंग में ग्राहक भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं. सोशल गैपिंग का पूरा ख्याल रख रहे हैं. साथ ही साथ ब्रांच में काम सुचारू रूप से चल रहा है.
आरबीआई और आईबीए के निर्देशों का पालन हो रहा
इस समय में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के साथ लोगों की बैंकिंग आवश्यकताओं का पूरा ध्यान है. शासन, प्रशासन और बैंकिंग क्षेत्र के नियामक संस्थाओं जैसे आरबीआई और आईबीए के निर्देशों का पालन हो रहा है। इन सभी ने बेंकों के सुचारु परिचालन हेतु विभिन्न समयोचित दिशा-निर्देश जारी किये हैं. जिसका पूरा अनुपालन किया जा रहा है. बैंकों द्वारा अक्षरशः पालन हो रहा है.
सेनीटाइजर, ग्लब्स और मास्क
बैंकों में सेनीटाइजर, ग्लब्स और मास्क का उपयोग करते हुए सोशल डिस्टेन्सिंग के नियमों का पालन हो रहा है. परिसर में अनावश्यक भीड़ नहीं हो और एक समय पर पाँच से अधिक ग्राहक परिसर के भीतर नहीं रहें, ऐसा ध्यान रखा जा रहा है। बैंकों द्वारा डिजिटल बेंकिंग के प्रोडक्टस का अधिकतम उपयोग करते हुए ग्राहकों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे घर पर रहें और सुरक्षित रहें।
ATM को नियमित रूप से नकदी से लोड करते
इन दिनों आईबीए के दिशा निर्देशों के अनुसार सीमित बेंकिंग सुविधाएं एक सीमित समायावधि में प्रदान कि जा रही हैं, अतः बेंकों ने ग्राहकों के लिए बेंक के पूरे परिसर के प्रवेश को बाधित भी किया गया है। ग्राहकों को कम से कम असुविधा हो और अत्यल्प समय में उनका कार्यपूर्ण हो जाए ऐसा ध्यान रखा जा रहा है। बैंक अपने ब्रांच स्थित और ब्रांच से दूर के एटीएम को नियमित रूप से नकदी से लोड करते हैं जिससे जन-साधारण को कोई असुविधा नहीं हो।
अनुदानों की सहज निकासी में भी सुविधा मिल रही है
इससे भारत सरकार, राज्य सरकारों एवं अन्य संस्थाओं द्वारा दिये जा रहे अनुदानों की सहज निकासी में भी सुविधा मिल रही है। बैंको ने जहाँ न्यूनतम खाता राशि की छूट दी है वहीं किसी भी बैंक के एटीएम का असीमित व्यवहार भी शुल्क-मुक्त कर दिया है। ऐसे कठिन समय में जब देश में अभूतपूर्व घटनाओं का सामना है, बैंको ने अपनी सुनियोजित परिचालन पद्धति से यह सिद्ध कर दिया है कि राष्ट्र के लिए वे भी उतने ही सजग एवं स्वयं-स्फूर्त हैं जितना सीमाओं पर एक तैनात सैन्य-दल।