- बिहार में ओवैसी के पार्टी का एक विधायक हैं, 50 पर लड़ने की घोषणा
- पप्पू यादव लगातार कर रहे हैं काम, कई सीटों पर लड़ने की तैयारी
संतोष कुमार पाण्डेय | सम्पादक
बिहार विधान सभा चुनाव 2020 (BIHAR CHUNAV 2020) में इस बार जनाधिकार पार्टी लोकतान्त्रिक ( जाप ) के नेता पप्पू यादव और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ( एआईएमआईएम ) के नेता असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी इस बार बिहार चुनाव में बड़ा उलटफेर करने की बात कर रही है. इनके दावे को अगर सही मान लिया जाय तो बात थोड़ी समझनी पड़ेगी. वर्ष 2015 में पप्पू यादव ने जनाधिकार पार्टी लोकतान्त्रिक पार्टी बनाई थी.
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उपलब्ध जानकारी के अनुसार 64 सीटों पर चुनाव भी लड़ा मगर जीत का स्वाद चखने को नहीं मिला और इस बार भी मैदान में पप्पू यादव डटे हैं. बाढ़ और कोरोना में हर जगह इनकी उपस्थिति देखी जा रही है. वर्ष 2015 के चुनाव में पप्पू यादव की पार्टी को 1.04% प्रतिशत वोट मिला था. तब पप्पू यादव सांसद थे. वर्ष 2019 का चुनाव हार गये. जन अधिकार पार्टी (लो) आगामी बिहार विधान सभा चुनाव में 150 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी और बाकि सीटों पर सामान्य विचारधारा वाले पार्टियों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ेगी. इसकी घोषणा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान की.
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असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) इस बार 50 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है. हालांकि, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने बिहार के किशनगंज विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में खाता खोल लिया है. इससे ओवैसी की उम्मीद बढ़ गई है. इनकी पार्टी पूरी मेहनत से लगी है. प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने प्रेस वार्ता में बताया कि ये 50 सीटें चिन्हित कर ली गई हैं। उम्मीदवारों का चयन बाद में होगा । भाजपा और जदयू के खिलाफ समान विचारधारा की पार्टियों से भी सीटों के तालमेल के संबंध में बातचीत जारी है।
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ये है जातीय समीकरण
बिहार में अगर जातीय समीकरण देखा जाय तो अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी)/EBC में 14% यादव , महादलित दलित(SCs) 20% और मुस्लिम 16.9 प्रतिशत हैं. इन्ही जातियों पर इन दोनों नेताओं की नजर है. और इन्हें उम्मीद है कि इन जातियों पर इनकी चलेगी.
वर्ष 2015 में इन्हें मिली थी जीत
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 27, भारतीय जनता पार्टी 53, जनता दल (यूनाइटेड) 71, राष्ट्रीय जनता दल 80, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी 2, लोक जन शक्ति पार्टी 2, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट-लेनिनिस्ट) (लिबरेशन) 3, हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) 1, निर्दलीय 4, कुल 243