
कोरोना महामारी से पूरी दुनिया डरी और अलर्ट है. सभी देश इससे मजबूती से लड़ रहे हैं. ऐसे में भारत भी अछूता नहीं है. इस महामारी से लड़ने के लिए भारत सरकार पूरी तैयारी में है. वहीँ जो भारत में विपक्षी दल हैं वो भी सरकार के सकारात्मक फैसले के साथ खड़े हैं. इन्ही सारे मुद्दों और बातों को लेकर पोलटॉक ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संसदीय दल के नेता और अम्बेडकरनगर जिले के सांसद रितेश पाण्डेय से बातचीत (टेलीफोनिक ) किया है. इस इंटरव्यू का मकसद है कि सरकार के काम को लेकर विपक्ष कितना संतुष्ट है. इसे समझना और जनता के मुद्दों पर विपक्ष की राय जानना. यूपी और भारत सरकार का काम जमीन पर कितना दिख रहा है. बसपा सांसद पाण्डेय ने इसपर खुलकर अपनी राय रखी है. मोदी लहर में भी इन्होने 2017 का विधानसभा चुनाव जीता और 2019 में लोकसभा का चुनाव जीता है. पूर्वांचल में इनके परिवार की राजनीतिक पकड़ बेहतर है. प्रखर वक्ता है. पढ़िए पोलटॉक के सम्पादक संतोष कुमार पाण्डेय द्वारा लिया गया ये ख़ास इंटरव्यू.

सवाल : कोरोना महामारी में बसपा का क्या स्टैंड है ?
रितेश पाण्डेय : देखिये, बसपा सुप्रीमो बहन कुमारी मायावती ने कहा है कि केंद्र सरकार कोई भी सकारात्मक कदम कोरोना महामारी से बचने और लड़ने के लिए उठाती है तो उसका बसपा समर्थन करेगी. लोकसभा सांसदों का जो विकास निधि 2 साल के लिए ख़त्म किया गया है. उस पर बसपा को कोई गुरेज नहीं है. 2 साल में लगभग 10 करोड़ रूपये विकास निधि का होता है. मगर उस 10 करोड़ रूपये का खर्च हमारे जिले के (अम्बेडकरनगर ) प्राथमिक स्वास्थ्य केद्नों, , सामुदायिक स्वास्थ्य केद्नों, जिला अस्पताल, एएनएम और आशा बहुओं को कोरोना महामारी से लड़ने के लिए जिन भी उपकरणों की जरूरत है उन्हें दिया जाय. वहां पर सांसद विकास निधि का खर्च होना चाहिए.

सवाल : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार क्या जरूरतमदों के लिए ठीक से काम कर पा रही है ?
रितेश पाण्डेय : देखिये, जरुरतमंदों के लिए सरकार के साथ ही साथ आम जन भी मदद कर रहे है. यह सबकी नैतिक जिम्मेदारी है. लॉकडाउन के दौरान अम्बेडकरनगर के कई लोग पंजाब, झारखंड , मुंबई, तमिलनाडू, हरिद्वार आदि जगहों पर सरकार से सहयोग मिला है. कई जगहों पर जहां पर सरकार से सही समय पर सम्पर्क नहीं हो पाया वहां पर हमने (सांसद ) एनजीओ का सराहा लिया है. उन्हें तुरंत मदद मिली है. जिसपर मैं कह सकता हूँ कि सभी सरकारें इसपर काम कर रही है. लोगों को मदद मिल रही है.

सवाल : कोरोना से जीत मिलने के बाद क्या प्रमुख चुनौती होगी ?
रितेश पाण्डेय : सभी को जिस बात की चिंता है वो बड़ी परेशानी है. आर्थिक रूप से बड़ी परेशानी होगी. अभी हाल में ही बजट पास किया गया है. जिसमें मनरेगा का बजट नहीं बढ़ाया गया है. एससीएसटी के शिक्षा मदों को नहीं बढाया गया है. मनरेगा का पैसा समय पर नहीं आ रहा है. लोगों का मनरेगा से विश्वास उठता जा रहा है. जब लोग मनरेगा में काम करना नहीं चाहेंगे तो काम होगा ही नहीं. फिर जब कोई काम नहीं होगा तो मनरेगा में पैसा ही नहीं आयेगा. जो टैक्स कट की बात हुई है वो बड़े पूजीपतियों के लिए हुआ है. लोगों की खर्च करने की क्षमता घटती जा रही है. सरकार जो 15000 करोड़ रूपये की बात कर रही है वो ऊंट के मुंह में जीरा के समान है. ये कोई बड़ा पॅकेज नहीं है. कोरोना के बाद नए सीरे से सोचने की बात है. ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर करने की जरुरत है.
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सवाल : अम्बेडकर नगर जिला अस्पताल में कितने वेंटिलेटर है ?
रितेश पाण्डेय : अम्बेडकर नगर जिला अस्पताल में कोई वेंटिलेटर नहीं है. बहन कुमारी मायावती द्वारा बसपा शासन काल में बनवाया गया महामाया पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में पहले से ही 8 वेंटिलेटर हैं. मैंने भी जो पैसा दिया है वो इन्ही सभी उपकरणों के लिए दिया है. दो और बसपा के विधायक हैं उन्होंने भी 1.5 करोड़ रुपया भी इन्ही उपकरणों को दिया है. हम सरकार के साथ हैं. कही कोई कमी नहीं आने दी जायेगी.
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सवाल : कोरोना के बाद यूपी के यूथ के लिये क्या प्लान है ?
रितेश पाण्डेय : हमें अपने प्राथमिक और उच्चशिक्षा को बेहतर करना है. देश में गरीब और अमीर की खाई में काफी गहराई बढती जा रही है. जबतक हम यूथ को नौकरी नहीं दे पायेंगे, तबतक हम कुछ नहीं कर पायेगे. यूथ जब रोजी रोटी की बात करता है तो उसे लाठी मारी जा रही है. साथ ही गाँव के युवाओं के लिए कई नई स्कीम लानी होगी.
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धन्यवाद …