- भारत पाकिस्तान का बंटवारा किसी मुस्लिम ने नहीं कराया
- फव्वारे को शिवलिंग बताकर हिन्दू धर्म का मजाक उड़ा रहें है
पोलटॉक नेटवर्क | लखनऊ/आदित्य कुमार
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे (gyanvapi mosque survey) के दौरान मस्जिद के वजूखाने में एक शिवलिंग (gyanvapi masjid shivling) के आकर की आकृति मिली है जिसे हिंदू पक्ष शिवलिंग होने का दावा कर रहा है जबकि मुस्लिम पक्ष का कहना है कि वहां शिवलिंग जैसा कुछ भी नहीं है। मुस्लिम पक्ष का कहना है कि जिसे शिवलिंग बताया जा रहा है वह तालाब में लगा फव्वरा है। ज्ञानवापी मामले को लेकर ही इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर (Maulana Tauqeer) ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। प्रेस वार्ता के दौरान मौलाना तौकीर भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) और आरआरएस(RRS) पर जमकर बरसे।
बीजेपी देश बांटना चाहती है – मौलाना तौकीर
मौलाना तौकीर ने प्रेस वार्ता में कहा कि ज्ञानवापी के सिलसिले में मैं हिंदू भाइयों से कहना चाहूंगा कि आपके धर्म का किस तरह से मजाक उड़ा रहे हैं। इन्हें फाउंटेन और शिवलिंग में अंतर समझ नहीं आता। ये चाहते हैं कि हिंदुस्तान में एक और बंटवारा करवाया जाए। हर हौज में ऐसा शिवलिंग पाया जाता है। इस तरह हुकूमत हर मस्जिद को मंदिर बनाना चाहती है, बेईमानी करना चाहती है। इसके नतीजे गंभीर हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया जानती है कि बाबरी मस्जिद का फैसला झूठा हुआ था। हमारी मजबूरी को कमजोरी न समझें। उन्होंने कहा कि जामा मस्जिद के हौज का फोटो लीजिए, नौमहला मस्जिद में भी पत्थर मौजूद है। हुकूमत दिवालिया हो चुकी है, इसलिए हिंदू-मुसलमानों को उलझाया जा रहा है। आप लोग खामोश रहकर इस बेईमानी का समर्थन कर रहे हैं।
बाबरी मस्जिद में हमारी आस्था नहीं मानी
मौलाना तौकीर रजा खान ने बरी मस्जिद का उदाहरण देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हमारी आस्था को नहीं माना, हिंदुओं की आस्था को माना। इस मामले में एक जज ने फैसला देकर राज्यसभा में जगह पाई और अब एक और इसी तैयारी में है। उन्होंने कहा कि जब एक कानून बन चुका है कि अयोध्या के अलावा किसी धार्मिक स्थल को तोड़ा नहीं जा सकता। यह कानून 1992 में बन चुका है कि जहां मस्जिद है या दूसरे धार्मिक स्थल जिस स्थिति में हैं वह वैसे ही रहेंगे। इसमें अगर कोई जबरदस्ती की गई तो इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा
जिन्ना हिन्दू थे-मौलाना तौकीर रजा
मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि आरएसएस की बड़ी गहरी साजिशें होती है। पाकिस्तान का जो बंटवारा हुआ वो किसी मुसलमान ने नहीं करवाया। जिन्ना की खतना नहीं हुई थी। उनके वालिद जब मुसलमान हुए थे तो उनकी उम्र खतना के लायक नहीं थी। आरएसएस ने देश के टुकड़े करवाए। हमारे हिंदुस्तान में होने का मतलब ये है कि हम आरएसएस की साजिश को पहचान गए थे। जिन्ना पूंजालाल ठक्कर का बेटा है और हिन्दू था। उन्होंने कहा कि आरएसएस में कई लोग मोहम्मद अली जिन्ना का रोल अदा कर रहे है।
आरआरएस करती है मुस्लिमों के खिलाफ साजिश
मौलाना तौकीर रजा ने ने मुस्लिमों के खिलाफ साजिश का आरोप लगते हुए कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना (Mohammad Ali Jinnah) मुसलमान धर्म अपनाने के बाद भी इस्लामी परंपराओं का पालन नहीं करते थे। नाथूराम गोडसे ने गांधी जी की हत्या के लिए खतना करा लिया, उसका मकसद यह था कि हत्या के बाद अगर वह मर जाता है तो उसकी पहचान मुसलमान के रूप में हो। यह भी आरएसएस की एक चाल थी, जिससे देश में दंगे भड़क जाएं।