- 18 साल बाद कांग्रेस को मिली है यह जीत
- मां आंगनवाड़ी में करती हैं काम और पिता हैं किसान
संतोष कुमार पांडेय | भोपाल
राजनीति में कब क्या हो जाय इसकी कोई गारंटी नहीं होती। कब कौन राजा बन जाये और कौन रंक कोई बता नहीं सकता। बस एक चुनाव जीतते ही वो माननीय हो जाता है. कुछ ऐसा ही मध्यप्रदेश (MADHY PRADESH ) के छिंदवाड़ा (CHHINDWARA MAYOR VIKRAM AHAKE) में हुआ है। महज 30 साल की उम्र में विक्रम आहाके छिंदवाड़ा के मेयर बन गए हैं। 18 साल के बाद छिंदवाड़ा (chhindrawra nagar nigam) में कांग्रेस (CONGRESS ) की जीत हुई है। विक्रम की यह जीत काफी चर्चा में है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गाँधी (RAHUL GANDHI) ने खुद अपने फेसबुक पर विक्रम के बारे में जानकारी दी है।
उन्होंने लिखा है कि ‘मां आंगनवाड़ी में काम करती हैं, पिता किसान हैं और बेटा ‘महापौर’ है। मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा नगर निगम में कांग्रेस ने 18 साल बाद बड़ी जीत दर्ज की है। कांग्रेस पार्टी के विक्रम आहाके ने साबित कर दिया कि अगर सच्ची मेहनत, लगन और ईमानदारी से अपने सपनों के लिए लड़ा जाए तो इंसान कुछ भी हासिल कर सकता है। विक्रम आहाके कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष थे और युवा कांग्रेस के ‘जिला सचिव’ के तौर पर भी संघर्षरत थे, अब वो छिंदवाड़ा के महापौर होंगे। हमारा सपना है कि एक ऐसा हिंदुस्तान बने जहां अमीर-ग़रीब में फासला न हो, सबको समानता का अधिकार मिले और कांग्रेस पार्टी जनता से किए गए अपने सभी वचनों के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। मैं और पूरी कांग्रेस पार्टी को विक्रम आहाके जी पर गर्व है, हमें आपके जैसे ही निडर और पार्टी की विचारधारा में विश्वास रखने वाले कार्यकर्ताओं की ज़रुरत है। ‘
चार हजार मतों से मिली है जीत. इस चुनाव में कांग्रेस के विक्रम आहाके ने भाजपा प्रत्याशी अंनत धुर्वे को विक्रम ने 3786 मतों से मात दी है. जहां विक्रम को 64363 मत प्राप्त हुए, तो वहीं 60577 वोट अनंत धुर्वे को मिले. छिंदवाड़ा में कुल मतों की संख्या 130907 रही.
चुनाव में जीत के बाद विजयी कांग्रेस प्रत्याशी का विक्रम आहाके का कहना है कि यह जीत छिंदवाड़ा की जनता की जीत है. कमलनाथ जी और नकुलनाथ जी के नाम पर विश्वास जताया है. मैं छिंदवाड़ा की समस्त जनता का ह्रदय आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने कांग्रेस के 18 साल के वनवास को जीत में तब्दील कर दिया. इसके बाद से इनकी चर्चा कांग्रेस पार्टी में हो ही रही है लेकिन अब देश के राजनीति के जानकार भी इनकी चर्चा कर रहे है.