- गोरखपुर के चिल्लूपार से बसपा विधायक हैं विनय शंकर तिवारी
- 20 अगस्त से शुरू हो रहा है यूपी का विधान सभा सत्र
संतोष कुमार पाण्डेय | सम्पादक
उत्तर प्रदेश में इन दिनों ब्राह्मणों का मुद्दा गर्म हो चुका है. पहले कांग्रेस, सपा और अब बसपा इस मुद्दे पर योगी सरकार पर हमलावर है. हालांकि, भाजपा इसपर अपने कई तर्क भी दे रही है. मगर लोगों में इस बात पर आक्रोश है. ऐसी कई खबरें सामने आ चुकी है. गोरखपुर के चिल्लूपार विधानसभा सीट से बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी ने पोलटॉक से टेलीफोन पर विशेष बातचीत में बताया कि सदन चलेगा तो उस दौरान ब्राह्मणों पर हो रहे जुल्म का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया जाएगा. हम अन्याय बर्दास्त नहीं करेंगे. गौरतलब है कि विनय शंकर तिवारी उत्तर प्रदेश के दिग्गज नेता हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं.
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चिल्लूपार सीट पर 1985 से बस ब्राह्मण ही जीत रहे
चिल्लूपार विधान सभा सीट उत्तरप्रदेश में बड़ा नाम रखती है. यह सीट हमेशा से चर्चा में रहती है. क्योंकि यहाँ से 1985 से लगातार 2002 तक हरिशंकर तिवारी ने चुनाव जीता है. उसके बाद से यहाँ से बसपा के टिकट पर राजेश त्रिपाठी मैदान में आ गए और दो बार विधायक बने. फिर वर्ष 2017 में हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी ने चुनाव जीता. और यहाँ पर लगातार ब्राह्मणों को ही जीत मिलती रही है . अब ब्राह्मण वाद का मुद्दा यूपी में गरमा गया है.
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2. साथ ही, यूपी सरकार अब खासकर विकास दुबे-काण्ड की आड़ में राजनीति नहीं बल्कि इस सम्बंध में जनविश्वास की बहाली हेतु मजबूत तथ्यों के आधार पर ही कार्रवाई करे तो बेहतर है। सरकार ऐसा कोई काम नहीं करे जिससे अब ब्राह्मण समाज भी यहाँ अपने आपको भयभीत, आतंकित व असुरक्षित महसूस करे।
— Mayawati (@Mayawati) July 12, 2020
मायावती ने खुद ब्राह्मणों का मुद्दा उठाया था
बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने विकास दुबे एनकाउन्टर के बाद ट्वीट किया था कि यूपी सरकार अब खासकर विकास दुबे-काण्ड की आड़ में राजनीति नहीं बल्कि इस सम्बंध में जनविश्वास की बहाली हेतु मजबूत तथ्यों के आधार पर ही कार्रवाई करे तो बेहतर है। सरकार ऐसा कोई काम नहीं करे जिससे अब ब्राह्मण समाज भी यहाँ अपने आपको भयभीत, आतंकित व असुरक्षित महसूस करे। इसके बाद से सपा भी पूरी तरह से हमलावर है. परशुराम की मूर्ति लगाने की बात होने लगी है.
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