पोलटॉक नेटवर्क |देहरादून
उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी के हार जाने के बाद से ही सुगबुगाहट चल रही है। कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से उत्तराखंड कांग्रेस पार्टी में नाराजगी और बगावत के सुर सुनाई देने लगे हैं। कांग्रेस आलाकमान ने उत्तराखंड कांग्रेस का अध्यक्ष पद नीखेत के पूर्व विधायक और राजपूत नेता करन माहरा को सौपा हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी ने उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष दलित समुदाय से आने वाले यशपाल आर्य और उप नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी खटीमा से विधायक भुवन कापड़ी को दी गई है। बताया जा रहा है कांग्रेस में इन नियुक्तियों के बाद से ही उनके नेताओं में नाराजगी देखी जा रही है।
नए प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष का नाम सामने आने के बाद पार्टी में कथित तौर पर अंदरूनी कलह शुरू हो गई। ऐसी खबर निकल कर सामने आ रही है कि पार्टी जे 10 नेता पार्टी छोड़ सकते हैं। नाराज नेताओं में कई विधायक भी हैं। नाराज नेताओं में उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का नाम सामने आ रहा है। प्रीतम सिंह ने सीधे पार्टी प्रभारी देवेंद्र यादव और महासचिव संगठन केसी वेणूगोपाल की रिपोर्ट पर सवाल खड़े किये हैं। प्रीतम ने कहा कि दोनों नेताओं ने विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के लिए उनके द्वारा किए गए भितरघात को जिम्मेदार करार दिया है, जबकि उन्होंने कोई भीतरघात नहीं किया है। प्रीतम सिंह ने पूरे आरोपों की निष्पक्ष जांच की भी मांग की है।
ये नेता चल रहे नाराज
प्रीतम सिंह के साथ ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, भगवानपुर से विधायक ममता राकेश, चंपावत से विधायक खुशाल सिंह अधिकारी, धालचूला से विधायक हरीश धामी, द्वाराहाट से विधायक मदन बिष्ट, पिथौरागढ़ से विधायक मयूख महर, अल्मोड़ा से विधायक मनोज तिवारी, बदरीनाथ से विधायक राजेंद्र भंडारी कांग्रेस पार्टी से नाराज बताये जा रहें हैं। वहीँ कहा जा रहा है इनमें से कुछ नेताओं की भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से बातचीत भी हो रही है।
बता दें, प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने 70 सदस्यीय विधानसभा में 47 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, कांग्रेस के खाते में मात्र 19 सीटें आईं। 2 सीटों पर मायवती की बसपा और 2 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। उत्तराखंड चुनाव में दिलचस्प यह रहा कि भाजपा के सीएम उम्मीदवार पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) और कांग्रेस के पूर्व सीएम हरीश रावत (Harish Rawat) दोनों चुनाव हार गए।
रिपोर्ट- पत्रकार आदित्य कुमार