- 2004-2009 के लोकसभा चुनाव में राहुल गाँधी की युवा टीम आई थी सामने
- कई युवा सांसदों को मनमोहन सिंह की सरकार में मिली थी जगह
संतोष कुमार पाण्डेय | सम्पादक
कांग्रेस पार्टी में इन दिनों ‘युवा तूफ़ान’ आया हुआ है. सभी चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन ऐसा नहीं है जैसा पहले हुआ करता था. कई तरह की दलीलें दी जा रही है. मगर पार्टी में बहुत करीब से देखने पर कुछ और ही नजर आता है. बुजुर्ग वर्सेज युवा का बड़ा गंभीर ‘खेल’ चल रहा है. धीरे-धीरे इसके नतीजे भी सामने आने लगे हैं. मगर राहुल गाँधी की शांति को देखकर राजनीति के जानकार भी हैरान हैं. जबकि, कांग्रेस में युवा चेहरे अब सन्नाटे में चले गये हैं. या कुछ बाहर हो गये हैं. जो बचे हैं वो भी बाहर जाने को बेकरार हैं. पढ़िए पोलटॉक की खास रिपोर्ट।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सबसे पहले की बगावत
ज्योतिरादित्य सिंधिया राहुल गाँधी टीम के सबसे ख़ास रहे. संसद में राहुल गाँधी के सबसे करीब बैठने वालों में ज्योतिरादित्य सिंधिया रहे. कांग्रेस में ज्योतिरादित्य सिंधिया का बड़ा कद था. मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विधान सभा चुनाव में अपनी ताकत दिखाई थी और सरकार बदल गई. मगर इस बात से शायद ज्योतिरादित्य सिंधिया खुश नही थे. क्योंकि उन्हें सत्ता में कुछ नहीं मिला। और कुछ दिन बाद सरकार गिराकर भाजपाई हो गये. कांग्रेस के लिए बड़ा झटका बताया गया.
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अरुण यादव भी किनारे …
मध्यप्रदेश में एक और युवा कांग्रेस चेहरा इन दिनों गर्दिश में है. अरुण यादव को मध्यप्रदेश का कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। सांसद रहे. इन्हें मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री बनाया गया था. लेकिन इन्हें भी अब गर्दिश में रहना पड़ रहा है. कभी अरुण यादव को मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने बड़ी जिम्मेदारी थी. राहुल गाँधी की टीम के सफल चेहरे थे. मगर अब धूमिल हो चुके है.
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अगाथा संगमा भी थीं पहली कतार में…
अगाथा संगमा मनमोहन की सरकार में मंत्री थीं. मेघालय से सांसद रहीं, इन्हें भी राहुल की टीम का प्रमुख माना जाता था. इनका भी दौर चला था. मगर अब अगाथा भी गर्दिश में हैं. इनकी भी चर्चा नहीं है। कभी युवा चेहरों की लिस्ट में सबसे आगे थीं. अब कोई चर्चा नहीं करता। न ही कोई बगावत है.
अशोक तंवर भी हो गये बगावती
अशोक तंवर हरियाणा से युवा चेहरे के रूप में सामने थे. कांग्रेस में अशोक तंवर का कद बढने लगा था. हरियाणा में अशोक तंवर को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया. यही से उन्होंने लड़ाई शुरू कर दी थी. लेकिन हरियाणा चुनाव से पहले अशोक तंवर बगावती हो गए और उन्हें कांग्रेस से बाहर होना पडा. कभी राहुल की टीम में थे.
राजस्थान से सचिन भी उलझ गये
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की तरफ से सचिन पायलट युवा चेहरे के रूप में हैं. राहुल की टीम के प्रमुख सदस्य रहे. मगर अब राजस्थान में सचिन भी उलझ गये हैं. हालांकि, अभी मामला स्पष्ट नहीं है।
महाराष्ट्र और यूपी में भी उलझन
महाराष्ट्र में मिलिंद देवड़ा और प्रिया दत्त भी राहुल की टीम के सदस्य रहे. मगर अब उनकी भी कोई ख़ास खबर नहीं है. यही हाल है यूपी का. आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद और आदित्या जैन की बात भी कुछ ऐसी है. ये सभी राहुल के समय में कांग्रेस के सितारे रहे.