राज्य सरकार अपनी विफलताओं व अपनी जिम्मेदारियों का ठीकरा केन्द्र सरकार पर थोपने में लगी : राजेन्द्र राठौड़

राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने सोशल मीडिया पर फेसबुक लाइव के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के राज्य सरकार के खिलाफ ‘हल्ला बोल‘ कार्यक्रम का आगाज करते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार के 20 माह के कार्यकाल में किसान, नौजवान, मजदूर व महिला सहित ऐसा कोई वर्ग नहीं बचा है जो सरकार के कुप्रबन्धन व अनीतियों का शिकार न हुआ हो।

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rajendra rathour
राजेंद्र राठौड़, उप नेता प्रतिपक्ष, राजस्थान

  • विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने सोशल मीडिया पर फेसबुक लाइव के माध्यम से ‘हल्ला बोला’
  • राजस्थान के 33 जिलों में से 32 जिलों मे टिड्डी का बढ़ता जा रहा है कहर

पोल टॉक नेटवर्क | जयपुर

राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने सोशल मीडिया पर फेसबुक लाइव के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के राज्य सरकार के खिलाफ ‘हल्ला बोल‘ कार्यक्रम का आगाज करते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार के 20 माह के कार्यकाल में किसान, नौजवान, मजदूर व महिला सहित ऐसा कोई वर्ग नहीं बचा है जो सरकार के कुप्रबन्धन व अनीतियों का शिकार न हुआ हो।

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राठौड़ ने कहा कि जिस सरकार की बुनियाद ही अतंर्कलह पर टिकी हो वहां विकास कार्य दूर की कौड़ी ही लगते हैं। आपसी गुटबाजी व अंतर्कलह के परिणाम स्वरूप कांग्रेस सरकार 34 दिन कभी जयपुर तो कभी जैसलमेर के पांच सितारा होटल में पाॅलिटिकल क्वारंटीन में रहने के बाद बाड़ेबंदी से बाहर निकली।

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राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 76 हजार हो गया तथा मरने वालों का आकंड़ा 1 हजार को पार करना राज्य सरकार की विफल चिकित्सकीय प्रबंधन को दर्शाता है। राजस्थान की आबादी से दोगुनी स्क्रीनिंग करने का दावा करने करने वाली सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री निरंतर पैर पसार रहे कोरोना के संक्रमण को रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं। अस्पतालों में आइसोलेशन व बैड के इंतजाम नहीं होने से मरीज यातना गृह में तब्दील हो चुके क्वारंटीन सेंटरों से मजबूर होकर भाग रहे हैं।

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राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार ने एक बार पुनः प्रदेश के 1.52 लाख उपभोक्ताओं से फ्यूल सरचार्ज के नाम पर 600 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार डालते हुए आमजन की कोरोना के कारण डगमगाई हुई अर्थव्यवस्था पर करारा प्रहार किया है। कांग्रेस सरकार ने अपने जन घोषणा पत्र में विद्युत दरों में बढ़ोतरी नहीं करने के वायदे को दरकिनार कर पूर्व में फरवरी माह में विद्युत दरों में औसतन 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर प्रति यूनिट औसतन 70 पैसे की बढ़ोतरी करने का काम किया था।

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आज राजस्थान के 33 जिलों में से 32 जिलों मे टिड्डी का कहर है। मुख्यमंत्री ने खुद स्वीकारा है कि पिछली बार टिड्डियों के हमले से 1 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की फसलों को नुकसान पहुंचा है। फिर भी टिड्डी दलों पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार अपने मूल उद्देश्य से भटक गई है। जबकि राज्य सरकार का दायित्व है कि वो टिड्डी हमलों की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाएं और किसानों की सहायता करें।

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राज्य सरकार अपनी विफलताओं व अपनी जिम्मेदारियों का ठीकरा केन्द्र सरकार पर थोपने में लगी है। राठौड़ ने कहा कि सत्ता में आने के बाद 10 दिनों के भीतर संपूर्ण किसान कर्जमाफी, संविदाकर्मियों को नियमित करने और बेरोजगार युवाओं को 3500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने जैसे अनेकों वादे जनघोषणा पत्र के माध्यम से किए गए, लेकिन सरकार का हर वादा कपोल कल्पित साबित हुआ है।

 


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