- जितिन प्रसाद यूपीए सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री भी बनाए गए
- भारतीय युवा कांग्रेस के सचिव के रूप में राजनीति में आये थे
पोल टॉक नेटवर्क | लखनऊ
भारतीय राजनीति में जितिन प्रसाद (jitin prasad) का अहम रोल है. सासंद और केन्द्रीय मंत्री रहे. आइये जानते हैं उनकी राजनैतिक कहानी. जितिन प्रसाद का जन्म 19 नवम्बर 1973 को यूपी के शाहजहांपुर में हुआ। जितिन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दून पब्लिक स्कूल देहरादून से की उसके बाद स्नातक की पढाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से किया जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन संस्थान से MBA किया।
जितिन प्रसाद (jitin prasad) का राजनीतिक जीवन सन् 2001 में भारतीय युवा कांग्रेस के सचिव बनने से शुरू हुआ। सन् 2004 में 14 वी बार गृह लोकसभा सीट, शाहजहांपुर से जीत हासिल की। सन् 2008 में पहली बार केन्द्रीय राज्य इस्पात मंत्री के रूप में जाने गए। उसके एक साल बाद सन् 2009 में 15वी लोकसभा के लिए धौरहरा से लड़े और विजय हासिल की।
जितिन प्रसाद (jitin prasad) ने सड़क परिवहन, राजमार्ग मंत्रालय का कार्यभार लिया और उसके बाद 2011 से 2012 तक पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय को संभाला। साल 2012 से 2014 तक जितिन प्रसाद ने मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय की ज़िम्मेदारी ली और उसके बाद ही यूपीए सरकार में वह केंद्रीय राज्य मंत्री बने। 2019 के लोकसभा चुनाव में जितिन प्रसाद ने एक बार फिर से दौराहा से अपनी दावेदारी पेश की।
जितिन प्रसाद (jitin prasad) काफी लोकप्रिय नेता माने जाते है, जिन्होंने शाहजहांपुर, सीतापुर तथा लखीमपुर में अपनी काबिलियत दिखाई है। उत्तर प्रदेश में जितिन प्रसाद को शांतिप्रिय और विकासवादी राजनीति के लिए जाना जाता है। इन दिनों कांग्रेस पार्टी में इनका कद बड़ा है. लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में जितिन प्रसाद को कांग्रेस और बड़ी जिम्मेद्दारी दे सकती है. जितिन प्रसाद (jitin prasad) राहुल गाँधी की टीम में बने रहे. हालांकि, लगातार उन्हें चुनाव में हार मिल रही है. ऐसे में उन्हें चुनाव जीतने की जरूरत है.