राष्ट्रपति के लिए द्रौपदी मुर्मू ही क्यों बनीं PM MODI की पहली पसंद ? ये हैं बड़ी वजहें |

द्रौपदी मुर्मू को एक सुलझी हुई नेता के तौर पर देखा जाता है. द्रौपदी मुर्मू ओडिशा (ODISHA ) की राजनीति से पहली बार बाहर की राजनीति में तब पैर रखा था जब उन्हें झारखंड का राज्यपाल बनाया गया था.

0
399
Dropdi Murmu Presidnet
Dropdi Murmu Presidnet

झारखंड की राज्यपाल के बाद अभी उनके पास नहीं था कोई पद

आदिवासी जातियों पर पकड़ बनाने का बड़ा दांव

संतोष कुमार पांडेय | नई दिल्ली

एनडीए (NDA) ने द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) का नाम राष्ट्रपति पद के लिए फाइनल किया है. द्रौपदी मुर्मू का नाम यूँही सामने नहीं आ गया है. यह बड़ी रणनीति का हिस्सा है. कई महीनों से इस नाम पर चर्चा चल रही थी. एक तीर से कई निशाना साधा है. पहली बार अनुसूचित जाति पर दांव खेला है.द्रौपदी मुर्मू जब झारखंड (JHARKHAND) की राज्यपाल बनाई गई थीं तभी इन्हे मोदी की ख़ास लिस्ट में माना जा रहा था. द्रौपदी मुर्मू को एक सुलझी हुई नेता के तौर पर देखा जाता है. द्रौपदी मुर्मू ओडिशा (ODISHA ) की राजनीति से पहली बार बाहर की राजनीति में तब पैर रखा था जब उन्हें झारखंड का राज्यपाल बनाया गया था.

देश के कई राज्यों को एक साथ भाजपा ने साध लिया है. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में आने वाले साल में विधान सभा के चुनाव होने वाले हैं। इन तीनों राज्यों में आदिवासी जातियों की बड़ी हिस्सेदारी है. इन सब पर अभी कांग्रेस (CONGRESS) का प्रभाव है. कांग्रेस का प्रभाव कम करने के लिए यह बड़ा दांव है. साथ ही ओडिशा, कर्नाटक के साथ दक्षिण के कई राज्यों में भाजपा ने अपनी एंट्री मार दी है. एक महिला के तौर पर भाजपा (BJP) के पास कोई बड़ा चेहरा संवैधानिक पद पर नहीं था. ऐसे में एक बड़ा संदेश भी है.

एनडीए के पास बहुमत कम है. मतलब कुछ वोट कम हैं। द्रौपदी मुर्मू के नाम पर ओड़िशा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल के नेता नवीन पटनायक (NAVEEN PATNAYAK) ने सहमति जता दी है. इससे अब इनकी जीत में कोई कोर कसर नहीं रह जाएगा। आसानी से द्रौपदी मुर्मू की जीत भी दिख रही है.

वहीं नितीश कुमार (NITISH KUMAR) का तोड़ निकालने के लिए शिवसेना में खलबली मचा दी गई है. इसका असर भी दिखने लगा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी साधा हुआ माना जा रहा है. तो यही सभी कारण हैं जिससे द्रौपदी मुर्मू का नाम आज सबके सामने हैं. पोल टॉक ने सूत्रों के हवाले से 12 जून को ही ये खबर बता दी थी.


Leave a Reply