- पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को NDA ने बनाया उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार
- राजस्थान के साथ हरियाणा और यूपी के जाटों को एक साथ साध लिया
संतोष कुमार पांडेय | नई दिल्ली
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) को एनडीए ने उपराष्ट्रपति (vice president ) का उम्मीदवार बनाया है. जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। मूल रूप से ये राजस्थान के झुंझुनू के रहने वाले हैं. आइये पढ़िए इनकी पूरी कहानी।
जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar ) का जन्म राजस्थान के झुंझुन के किठाना में 18 May 1951 को हुआ. जगदीप धनखड़ झुंझुन लोकसभा सीट से 1989 में जनता पार्टी से चुनाव जीते थे. उसी वर्ष वे केंद्र में मंत्री भी बने. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सैनिक स्कूल, चित्तौड़गढ़ से पूरी की और फिर राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। धनखड़ ने अपनी प्राथमिक शिक्षा किठाना गांव के स्कूल में पूरी की।
वह 1993-98 के दौरान 10वीं विधान सभा राजस्थान के लिए किशनगढ़ सीट से विधान सभा का चुनाव भी जीत गए थे. राजस्थान उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन जयपुर के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं. 30 जुलाई 2019 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने इन्हे पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया था.
कृषि बिल के दौरान हरियाणा, राजस्थान और यूपी के जाटों में भारत सरकार के खिलाफ गुस्सा देखा गया था. ऐसे में जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) को उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाकर मोदी सरकार ने एक तीर से कई निशाने साध लिए हैं. राजस्थान में विधानसभा का चुनाव होने वाला है. मोदी सरकार के लिए यह बहुत ही फायेदमंद रहेगा।
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। नामांकन पत्र भरने की आखिरी तारीख 19 जुलाई और नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 22 जुलाई है। ऐसे में यदि एक से अधिक उम्मीदवार चुनावी मैदान में रहे तो 6 अगस्त को चुनाव होगा और इसी दिन नतीजों की भी घोषणा कर दी जाएगी।