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क्या इस बार संसद में जाने के लिए मान जाएंगे ‘मान’ या फिर छोड़ देंगे सांसदी !

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क्या इस बार संसद में जाने के लिए मान जाएंगे ‘मान’ या फिर छोड़ देंगे सांसदी !
simerjeet singh mann
  • पंजाब की संगरूर सीट से सिमरनजीत सिंह मान को मिली है जीत
  • पूर्व IPS हैं सिमरनजीत सिंह, 1984 छोड़ी थी पुलिस की नौकरी

पोल टॉक नेटवर्क | पंजाब

पंजाब (PANJAB) में कुल लोकसभा की 13 सीटें हैं. इसमें संगरूर सीट इस बार चर्चा में है. क्योंकि यहां से आप के उम्मीदवार गुरमेल सिंह को हार मिली है। शिरोमणि अकाली दल (अ) के प्रधान हैं. 5822 मतों से जीत मिली लेकिन आप के लिए बड़ी हार है. अब वहीं बात लो सोच रहे है कि क्या सिमरनजीत सिंह मान जिद पर अड़ेंगे या मान जायेंगे ? पंजाब की संगरूर लोकसभा सीट (SANGRUR LOK SABHA SEAT 2022) से सिमरनजीत सिंह मान (SHRIMANT JEET SINGH MAAN) को जीत मिली है. लेकिन वहीँ पुराना सवाल फिर सबके सामने है।

33 साल पहले 1989 में तत्कालीन प्रधानमंत्री वी पी सिंह सरकार के दौरान भी पंजाब की तरनतारन सीट से पहली बार सांसद चुने गए थे और तब जेल में रहते हुए ही उन्होंने वो चुनाव जीता था. लेकिन तब वे इस बात पर अड़ गए थे कि अपनी तीन फुट लंबी कृपाण (तलवार) (KRIPAN) के साथ ही वे संसद में प्रवेश करेंगे. लंबी जद्दोजहद के बाद भी उन्हें इसकी अनुमति नहीं मिली. इसका विरोध जताते हुए उन्होंने सदन की किसी बैठक में हिस्सा लिए बगैर ही अपनी सांसदी से इस्तीफा दे दिया था. क्या इस बार छह इंची कृपाण के साथ ही संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए तैयार होंगे ?

गौर हो कि सिमरनजीत सिंह मान का जन्म 20 मई 1945 में हुआ। उनके पिता लेफ्टिनेंट कर्नल जोगिंदर सिंह मान 1967 विधानसभा स्पीकर भी रहे। यहीं से उन्हें राजनीतिक गुड़ती मिली थी। शिरोमणि अकाली दल (अ) के प्रधान सिमरजीत सिंह मान ने 1989 में लोकसभा हलका तरनतारन से जीत दर्ज की थी।

1999 से लोकसभा हलका संगरूर से विजेता रहे। 23 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद सिमरनजीत सिंह मान को संगरूर लोकसभा सीट पर दोबारा जीत मिली है। सिमरनजीत सिंह मान ने 1966 में आइपीएस (ips) की परीक्षा पास की व 1967 में बतौर आइपीएस पुलिस फोर्स ज्वाइन की। पंजाब के फिरोजपुर, फरीदकोट समेत अन्य जिलों में एसएसपी के तौर पर तैनात रहे। डिप्टी डायरेक्टर विजीलेंस चंडीगढ़ तैनात रहे।

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