मैं जिस दिन इस मिट्टी में मिलूंगा उस दिन तक कांग्रेस में रहूंगा : हरीश चौधरी

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HARISH CHAUDARI
HARISH CHAUDARI

  • हमारे पूर्वजों ने खून पसीने से इस कांग्रेस पार्टी को सींचा है : चौधरी
  • पेपर लीक भविष्य में न हो यह राजस्थान सरकार को प्राथमिकता से करना चाहिए

पोल टॉक नेटवर्क | बाड़मेर

भारत का इतिहास कांग्रेस पार्टी ने अपने ख़ून और पसीने से लिखा है। हमारे पूर्वजों ने खून पसीने से इस कांग्रेस पार्टी को सींचा है। कभी राजनीति में साठगांठ व सौदेबाजी नही करी। पैदा कांग्रेस पार्टी में हुआ हूं और मृत्यु तक कांग्रेस के साथ रहूंगा यह बात पंजाब कांग्रेस प्रभारी व बायतु विधायक हरीश चौधरी गुरुवार को बाड़मेर में मीडिया से रूबरू होते हुए कही। उन्होंने कहा कि हरीश चौधरी जिस दिन इस मिट्टी में मिलेगा उस दिन तक कांग्रेस में रहेगा।

पेपर लीक मामले को लेकर कांग्रेस नेता हरीश चौधरी का बयान
“पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ होनी चाहिए कड़ी कार्रवाई, ताकि ऐसी घटनाओं की नहीं हो पुनरावृति, वहीं कांग्रेस गुट को लेकर बोले-मैं किसी गुट में नहीं, मैं कांग्रेस पार्टी के गुट का हूं, बीजेपी में जाने की अफवाह, मैं मरते दम तक कांग्रेस के साथ ही रहूंगा” बद्रीराम जाखड़ के बयान पर MLA हरीश चौधरी बोले: ‘बोल किसी और के थे, मुंह बद्रीराम जाखड़ का था, कई बार निष्ठा में बोलना पड़ता है’

पाली पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ के बयान पर पंजाब कांग्रेस प्रभारी एवं बायतु विधायक हरीश चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि वह बोल किसी ओर के थे और मुंह इनका था। कई बार किसी की निष्ठा के कारण ऐसे शब्द व तरीका अपनाना पड़ता है। हरीश चौधरी ने कहा- तीसरी पार्टी सीएम अशोक गहलोत की प्रायोजित पार्टी मैंने यह बयान पहले भी कई बार नागौर में दे चुका हूं। उसी बात को मैंने चौहटन में अपने परिवार के कार्यक्रम में बोला था। पंजाब कांग्रेस प्रभारी एवं बायतु विधायक हरीश चौधरी ने एक सामाजिक प्रोग्राम में कहा था- राजस्थान में कांग्रेस, बीजेपी और एक तीसरी पार्टी भी है। वो हमारे अशोक गहलोत जी की प्रायोजित पार्टी है।

बड़ी ईमानदारी व जिम्मेदारी के साथ यह बात कह रहा हूं कि वो हमारे माननीय मुख्यमंत्री की प्रायोजित पार्टी है। पाली पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ ने हरीश चौधरी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जिस हरीश चौधरी को सीएम अशोक गहलोत अंगुली पकड़कर राजनीति में लेकर आए, आज वही हरीश चौधरी जो बयान दे रहे हैं। वह उन्हें शोभा नहीं देता। गुरुवार को हरीश चौधरी ने मीडिया से बातचीत करते कहा कि बद्रीराम जाखड़ मेरे परिवार के सदस्य है और उन्होंने जो बोला कई बार निष्ठा के कारण ऐसे शब्द बोलने पड़ते है या तरीका अपना पड़ता है।

ब्रदीराम जाखड़ के बयान पर हरीश चौधरी का पलटवार- बद्रीराम जाखड़ का मुंह था बोल किसी ओर के थे। राजस्थान की तीसरी पार्टी सीएम की प्रायोजित पार्टी के बयान पर पूर्व सांसद ब्रदीराम जाखड़ द्वारा दिए गए बयान पर हरीश चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा- ब्रद्रीराम जाखड़ मेरे परिवार के सदस्य है। उन्होंने जो कहा वह बोल किसी ओर के थे और मुंह इनका था। पूरी दुनिया अच्छी तरह से जानती है कि लोकसभा का टिकट मुझे कैसे मिला। दिग्विजय सिंह के घर पर मुकुल वासनिक, सीपी जोशी की मीटिंग थी।

मुझे और कर्नल सोनाराम चौधरी को बुलाया गया था। उस चर्चा के बाद में मुझे लोकसभा और कर्नल सोनाराम को बायतु विधानसभा चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया था। बद्रीराम जाखड़ के संदर्भ में मुझे कुछ नहीं कहना है। जाखड़ जमीन से जुड़े हुए नेता है। किसी की निष्ठा के कारण कई बार यह शब्द और यह तरीका अपना पड़ता है।

बायतु विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि मैंने प्रायोजित वाली बात पहली बार नहीं बोली है। मंत्री रहने के दौरान मैंने नागौर में कई दफा कही। उस बात को मैंने वापस अपने परिवार चौहटन के लोगों के सामने दोहराया है। यह बात मैंने कोई आरोप-प्रत्योपण के रूप नहीं कही है। विपक्ष हरीश चौधरी को बीजेपी में शामिल होने का आरोप लगा रहा था। इस सवाल पर हरीश चौधरी ने नकारते हुए कहा कि हरीश चौधरी जब तक इस मिट्‌टी में नहीं मिलेगा तब कांग्रेस में है और रहेगा। मेरे मित्र ऐसी गलतफहमी रखे कि कांग्रेस चले जाएंगे तो यह गलतफहमी निकाल दें।

पंजाब कांग्रेस प्रभारी एवं बायतु विधायक हरीश चौधरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पेपर लीक होना बहुत गंभीर विषय है। पेपर लीक होना व पेपर लीक करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करना एक अलग विषय है। राजस्थान पुलिस ने अच्छा काम किया है पेपर लीक करने वालों को पकड़ा गया है। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो जिससे भविष्य में इस तरीके की पेपर लीक न हो। यह राजस्थान को प्राथमिक से करना चाहिए। राजस्थान पुलिस ने नकल का प्रकरण बड़ी मुस्तैदी से नकल गिरोह को पकड़ा है। इसके पीछे जो भी है उनको भी पकड़ा है।

बायतु विधायक ने कहा- सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि भविष्य में इस तरीके से पेपर लीक न हो यह हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है। एग्जाम में मामूली फीस या कुछ स्टूडेंट के फ्री भी शुल्क लिया जा रहा है परिवार के लोगों बच्चों के ऊपर कोचिंग सहित अन्य जरूरत के लिए रुपए खर्च कर रहा है। इस तरह का अगर अन्याय होता है तो यह किसी के लिए भी स्वीकार नहीं होना चाहिए। लेकिन पेपर गिरोह लाखों रुपए लेकर पेपर लीक करवा देते है। अब समय आ गया है कि जो परीक्षा की पद्वति चल रही है उस पर सभी बैठकर चर्चा करनी चाहिए। ऐसी क्या पद्धति अपनाई जाए जिससे योग्यता के आधार पर चयन हो सके। निष्पक्ष तौर पर स्टूडेंट को नौकरी मिले।


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