- चुनाव हारने के बाद भी केशव को बनाया गया उप मुख्यमंत्री
- एक बार विधान सभा और एक बार लोकसभा का जीत चुके हैं चुनाव
पोल टॉक नेटवर्क | लखनऊ
यूपी में केशव प्रसाद मौर्य (keshav prasad maurya) लगातार दूसरी बार उप मुख्यमंत्री (deputy cm ) बने हैं. जबकि खुद का विधान सभा चुनाव (vidhan sabha election ) हार गए हैं. उसके बाद भी भाजपा (bjp) ने उन्हें प्रमोट किया है। केशव प्रसाद मौर्य ((keshav prasad maurya)) का राजनीतिक सफर भले ही सीधी नजरों से देखने में एक दशक पुराना दिखाई देता हो लेकिन राजनीतिक संघर्ष लंबा हैं। वर्तमान में केशव प्रसाद मौर्य देश के सबसे बड़े सूबे के उप मुख्यमंत्री हैं लेकिन कभी केशव प्रसाद मौर्य अखबार बेचा करते थे। केशव प्रसाद मौर्य ने कुछ समय तक चाय की दुकान भी चलाई है। इस लेख में हम संक्षिप्त में केशव प्रसाद मौर्य के अब तक के सफर के बारे में जानने वाले हैं।
केशव प्रसाद मौर्य का शुरूआती जीवन
केशव प्रसाद मौर्य ((keshav prasad maurya)) का जन्म 7 मई 1996 में उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के सिराथू में हुआ था। साधारण किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम श्यामलाल मौर्य और मां का नाम धनपति देवी था। उन्होंने प्रयागराज (इलाहाबाद) के हिंदी साहित्य सम्मेलन से साल 1997 में हिंदी साहित्य में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की। आर्थिक परिस्थियाँ उच्च न होने के चलते केशव प्रसाद मौर्य ने पढ़ाई के साथ ही अखबार बाँटना शुरू कर दिया था।अखबार बेचनेके साथ ही उन्होंने कुछ समय तक चाय की दुकान भी चलाई। केशव प्रसाद मौर्य की पत्नी का नाम राजकुमारी देवी है और उनके दो बच्चे हैं।
केशव प्रसाद मौर्य का राजनीतिक सफर
केशव प्रसाद मौर्य ने अपने राजनीतिक सफर औपचारिक शुरुआत 2002 में हुई। केशव प्रसाद मौर्य ने 2002 में अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और हार गए। इसके बाद 2007 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने केशव प्रसाद मौर्य को इलाहाबाद पश्चिमी सीट से चुनावी रण में उतारा हालांकि इस बार भी केशव मौर्य के हाथ हार लगी। केशव प्रसाद मौर्य 2012 में पहली बार विधानसभा चुनाव जीतकर उत्तर प्रदेश की विधानसभा पहुंचें। 2012 में केशव प्रसाद मौर्य ने अपने घर यानी सिराथू से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।
2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इन्हें फूलपुर सीट से मैदान में उतारा। 2014 में फूलपुर सीट से जीतकर केशव प्रसाद मौर्य सांसद बने। 2016 में केशव प्रसाद मौर्य को उत्तर प्रदेश बीजेपी का अध्यक्ष चुना गया। 2017 का विधानसभा चुनाव केशव प्रसाद मौर्य की कप्तानी में लड़ा गया और बीजेपी ने एक बड़ी जीत हासिल की।
दो बार बने उप मुख्यमंत्री
भारतीय जनता पार्टी के चुनाव जीतने के बाद केशव प्रसाद मौर्य को उत्तर प्रदेश का उप मुख्यमंत्री बनाया गया। उप मुख्यमंत्री बनाने के बाद केशव मौर्य को 18 सितम्बर 2017 को विधानपरिषद का सदस्य चुना गया। 5 साल उप मुख्यमंत्री रहने के बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में केशव प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से सिराथू से चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें सपा प्रत्याशी पल्लवी पटेल से हार मिली। विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी केशव प्रसाद मौर्य को उत्तर प्रदेश का उप मुख्यमंत्री बनाया गया।