यूँ तो कवियों और लेखकों को साहित्यिक अवार्ड खूब मिलते रहते है. मगर उनकी चर्चा कम होती है. लेकिन वहीँ जब किसी अफसर को एक ही किताब के लिए राज्य के 5 बड़े साहित्यिक अवार्ड मिल जाये ये तो चर्चा होगी ही. उस अफसर के लिए ये अवार्ड ही असली भूषण बने गए हैं. वो यूपी के तेजतर्रार अफ़सरों में से एक हैं. कई बड़ी जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं. कई बड़े आयोजनों में इनकी महती भूमिका रही. मगर इनकी एक किताब ने इन्हें आज चर्चा में लाने से नहीं छोड़ा. वो किताब बड़ी ही चर्चित रही. उसे उत्तरप्रदेश के बाहर भी खूब पसंद किया है. उस किताब का नाम है ‘मैंने अनुभव से सीखा है’ और उसके लेखक हैं विश्व भूषण मिश्रा. जो २००९ बैच के यूपी पीसीएस अफसर हैं.
“मैंने अनुभव से सीखा है”
वर्ष २०१८ में यह किताब आते ही चर्चा में बन गई. इस पुस्तक की हर पंक्ति में जीवन का गूढ़ रहस्य छिपा है. जिसने पढ़ा उसे लगा कि यह पुस्तक तो उसके जीवन की सच्चाई को रेखांकित कर रही है. यही कारण रहा कि “मैंने अनुभव से सीखा है” को पाठकों ने खूब सराहा और पसंद भी किया. जैसे एक पाठक ओमकार लिखते हैं ‘ इसके लिए जितने भी विशेषण प्रयोग किये जायें वह कम ही हैं। यह लेखक के अपने जीवन अनुभव पर आधारित तो है ही जीवन की सच्चाई इस काव्य संग्रह में छिपी हुई है। कविताओं के शौकीन मिज़ाज कविता पढ़ते ही अपनी सुध बुध खो देंगें ऐसा मेरा मानना है, क्योंकि पढ़ते ही सभी पाठकों को अपने जीवन के अनुभव कविता की हर पंक्ति में नज़र आने लगेंगे।’ ऐसा ही दीप्ती लिखती है ‘कवि की सुल्झी हुई सोच ,समझ एवं अनुभूतियों की भावपूर्ण अभिव्यक्ति जो सभी का मार्गदर्शन करेगी।’
“मैंने अनुभव से सीखा है” को अभी तक कुल 5 बड़े अवार्ड मिल चुके हैं. शायद ही किसी अफसर को इतने कम उम्र में एक किताब के लिए इतने अवार्ड मिले हो.
युवा साहित्यकार सम्मान | 2018-19 | हिन्दुस्तान एकेडमी, प्रयागराज |
पं प्रताप नारायण मिश्र युवा लेखन सम्मान | 2018-19 | भाऊ राव देवरस न्यास, लखनऊ |
सरस्वती सम्मान | 2019-20 | सरस्वती अकादमी, लखनऊ |
हिंदी सभा वार्षिक सम्मान | 2019-20 | हिंदी सभा, सीतापुर |
जयशंकर प्रसाद पुरस्कार | 2019-20 | राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उ.प्र. |
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कौन है विश्व भूषण मिश्रा
विश्व भूषण मिश्रा उत्तरप्रदेश के अम्बेडकर नगर जिले के निवासी है. वर्ष 2009 में इन्होने यूपी पीसीएस की परीक्षा पास की. शुरूआती समय में इन्होने वर्ष २०१२ में गाजीपुर में इन्होने उप जिला अधिकारी के रूप में ट्रेनिंग की थी. उसके बाद मथुरा में उप जिलाधिकारी रहे. लखनऊ में खेल विभाग में सहायक निदेशक रहे. कई जिम्मेदारियों को निभाते हुए इन्होने कई बड़े काम किये. अभी वर्तमान में विश्व भूषण मिश्रा ट्रांसगोमती लखनऊ के एडीएम हैं.