गांधी परिवार की बहू आखिर क्यों हो गयी कांग्रेस के खिलाफ, जाने ये दिलचस्प किस्सा

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भारत के जाने-माने राजनीतिक परिवार नेहरू गांधी परिवार से संबंध रखने वाली मेनका गांधी भारतीय राजनीति में जानी पहचानी चेहरा हैं। मेनका गांधी एक राजनेता ही नहीं बल्कि एक लेखिका भी है उन्होंने कई विषयों पर किताबें लिखी हैं। मेनका गांधी मोदी कैबिनेट में महिला एवं बाल विभाग की मंत्री भी रहीं हैं। मेनका गांधी वर्तमान में सुल्तानपुर से सांसद हैं। इस लेख में मेनका गांधी के शुरुआती दिनों और उनके राजनीतिक सफर के बारे में जानेंगे।

कौन हैं मेनका गांधी

मेनका गांधी का जन्म 1956 में दिल्ली के एक सिख परिवार में हुआ था। मेनका गांधी का शादी से पहले उनके नाम मेल का आनंद था। मेनका गांधी के पिता भारतीय सेना के अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल तरलोचन सिंह आनंद थे। उनकी मां का नाम अम्तेश्वर आनंद था। इसके साथ ही मेनका गांधी के अंकल भी एक मेजर जनरल थे  मेनका गांधी को बचपन से मॉडलिंग का शौक था जिसके चलते वह स्कूल के कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया करती थीं।

मेनका गांधी की शिक्षा

मेनका गांधी ने अपने शुरुआती पढ़ाई दिल्ली के लॉरेंस स्कूल से की। इसके बाद की पढ़ाई के लिए दिल्ली में महिलाओं के लिए कॉलेज लेडी श्रीराम कॉलेज में गईं। इसके बाद मेनका गांधी ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से जर्मन विषय का अध्ययन किया।

मेनका गांधी का व्यक्तिगत जीवन

मेनका गांधी का विवाह भारत के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी के साथ हुआ है। मेनका गांधी और संजय गांधी की पहली मुलाकात सन 1973 में मेनका के अंकल मेजर जनरल कपूर के बेटे वीनू कपूर की शादी के दौरान एक पार्टी में हुई थी। हालांकि संजय गांधी ने मेनका को इससे पहले एक ब्रीफ स्टिंग मॉडलिंग कॉन्टेस्ट के दौरान देखा था। सितंबर 1974 में संजय गांधी और मेनका आनंद की शादी कर दी गई उसके बाद मेनका आनंद से मेनका गांधी में परिवर्तित हो गई। 1980 में मेनका गांधी ने एक बेटे को जन्म दिया जिसका नाम है वरुण गांधी। वरुण गांधी आज भारतीय राजनीति में जाने पहचाने राजनेता हैं।

मेनका गाँधी परिवार की जानकारी (Family Detail)

1. पिता का नाम (Father’s Name) स्वर्गीय कर्नल तरलोचन सिंह आनंद
2. माता का नाम (Mother’s Name) अम्तेश्वर आनंद
3. अंकल का नाम (Uncle’s Name) मेजर – जनरल कपूर
4. पति का नाम (Husband’s Name) संजय गांधी
5. बेटे का नाम (Son’s Name) वरुण गांधी
6. सास का नाम (Mother-in-law Name) इंदिरा गांधी
7. ससुर का नाम (Father-in-law Name) फिरोज गांधी
8. जेठ का नाम (Brother-in-law Name) राजीव गांधी
9. जेठानी का नाम (Sister-in-law Name) सोनिया गांधी
10. भतीजे का नाम (Nephew’s Name) राहुल गांधी
11. भतीजी का नाम (Niece’s Name) प्रियंका गांधी

 

मेनका गांधी की राजनीति में एंट्री

मेनका गाँधी अपने पति संजय गाँधी के साथ राजनीतिक सफर और कार्यक्रमों में शामिल होती थीं। कांग्रेस को 1975 में मिली हार के बाद मेनका गाँधी ने कांग्रेस के प्रचार में भी योगदान दिया। मेनका गाँधी लेखिका हैं मेनका जिसके कारण मेनका गांधी उस दौर में एक राजनीतिक पत्रिका ‘सूर्या’ की संस्थापक बनी। इस पत्रिका में इंदिरा गांधी का एक इंटरव्यू छपा था। जिससे कांग्रेस पार्टी को आम जनता के बीच अपनी छवि सुधारने में मदद मिली। मेनका गाँधी के पति संजय गाँधी की अचानक मौत के बाद 1982 में राजनीति में आने को मजबूर हो गयीं।

पति संजय गांधी की मौत के बाद मेनका गाँधी ने परिवार से संबंध तोड़ लिए और प्रधानमंत्री हाउस से बाहर निकल गयीं। मेनका गाँधी ने कांग्रेस पार्टी भी छोड़ दी। मेनका गाँधी ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद संजय विचार मंच नाम की एक पार्टी बनाई। इस पार्टी ने आंध्रप्रदेश राज्य से चुनाव लड़ा और चार सीटों पर जीत हासिल की।

1988 में मेनका गाँधी की पार्टी संजय विचार मंच और जनता दल का गठबंधन हुआ। मेनका गांधी को महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। गठबंधन ने 1989 में अपना पहला चुनाव जीता और मेनका गांधी को पर्यावरण मंत्री बनाया गया। मेनका इस पद पर 1989 से 1991 तक रहीं।

मेनका गांधीन ने 1996 में एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पीलीभीत से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। मेनका ने  1998 के चुनाव में भी जीत हासिल की। इसके बाद मेनका गांधी का 1999 में बीजेपी ने समर्थन किया। हालांकि तब वे बीजेपी में शामिल नहीं हुईं थी।

मेनका गांधीन ने 2004 में बीजेपी की सदस्यता ली और पीलीभीत से चुनाव लड़कर जीत हासिल की। मेनका गाँधी 200 9 तक पीलीभीत की सांसद रहीं। इसके बाद उन्होंने ओनला से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। मेनका गाँधी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से पीलीभीत से चुनाव लड़ा और सांसद चुनी गयीं। 2014 में मेनका गाँधी को मोदी सरकार की कैबिनेट में जगह मिली और उन्हें महिला एवं बाल विकास मंत्री बनाया गया। मेनका गाँधी ने 2019 का लोकसभा चुनाव बीजेपी के टिकट पर सुल्तानपुर से लड़ा और एक बार फिर से सांसद चुनी गयीं। वर्तमान में मेनका गाँधी सुल्तानपुर से सांसद हैं।


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