अप्रैल और मई का महीना आम व्यवसाइयों के लिए ख़ास रहता है. लेकिन इस बार ऐसा नही है. क्योंकि कोरोना ने अपना असर डाल दिया है. भारत में आम का अपना महत्व है. इसकी बहुत मांग रहती है। यहाँ तो आम के आम और गुठलियों के दाम वाली बात रहती है। तेलंगाना के हैदराबाद में आम की बिक्री हो रही है। वहां के व्यवसाइओं का कहना है कि इस आम की सप्लाई आधी हो गई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार आधी भी मांग नहीं है। हैदराबाद फल आयोग के उपाध्यक्ष ज्ञानेश्वर का कहना है कि इस बार बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. भारत में आम पर बहुत बड़ा उद्योग खडा है. लाखों लोगों के रोजगार की बात है. इस बार सब धरासाई हो जायेगा। पढिये पोल टॉक की ये ख़ास रिपोर्ट।
LOCKDOWN : मध्यमवर्गीय परिवार के लिए सरकार कुछ नहीं कर रही, सबको साथ लेकर चले : सुरेन्द्र राजपूत
यहाँ इतना होता है उत्पादन
भारत में आम का उत्पादन 187 लाख टन होता है. चीनी जनवादी गणराज्य 47 लाख टन, थाईलैण्ड में 34 लाख टन, मेक्सिको में 22 लाख टन, इंडोनेशिया में 21 लाख टन, पाकिस्तान में 15 लाख टन आम का उत्पादन होता है.
इन देशों का है राष्ट्रीय फल
इसकी मूल प्रजाति को भारतीय आम कहते हैं, जिसका वैज्ञानिक नाम मेंगीफेरा इंडिका है। आमों की प्रजाति को मेंगीफेरा कहा जाता है। इस फल की प्रजाति पहले केवल भारतीय उपमहाद्वीप में मिलती थी. इसका सबसे अधिक उत्पादन भारत में होता है। यह भारत, पाकिस्तान और फिलीपींस में राष्ट्रीय फल माना जाता है और बांग्लादेश में इसके पेड़ को राष्ट्रीय पेड़ का दर्जा प्राप्त है।
जौनपुर में कोई परेशानी न आये इसके लिये 5 साल की सांसद निधि देने को तैयार : MP श्याम सिंह यादव
आम की प्रजातियां
भारत में आम की कई प्रजाति है.जैसे बंबइया, तोतापरी, मालदा, पैरी, सफ्दर पसंद, सुवर्णरेखा, सुन्दरी, लंगडा, राजापुरी, लंपुर बानेशन, अल्फोंसो, बादामी, गुंदू, आप्पस, खडेर, बंगलोरा, तोटपुरी, कॉल्लेक़्टीओं, किली-मुक्कु, बाँगनपलल्य, बनेशन, छपती, दशहरी, दशहरी अमन, निराली अमन, गुलाब ख़ास, ज़ार्दालू, आम्रपाली (आम), रूमानि, समार्बेहिस्त, चोवसा, चौसा, वनरज, फजली, सफेदा लखनऊ कई और भी प्रजातियाँ हैं.
कोरोना महामारी में सरकार के हर सकारात्मक कार्य के साथ मजबूती से खड़ी है बसपा : सांसद रितेश पांडेय
भारत, पाकिस्तान और फिलिपिंस में कोरोना का बड़ा असर
भारत में कुल 12,456 केस मिल चुके हैं. जिनमें से ४०० से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. पाकिस्तान में कुल 6,505 केस मिल चुके हैं. 124 की मौत हो चुकी है. फिलिपिंस में कुल 5,660 केस कोरोना के मिल चुके हैं. 362 लोगों की मौत हो चुकी है. इसका असर आम पर पड़ रहा है.
…तो क्या अमेरिका के ये तीन बड़े शहर अप्रैल में हो जायेंगे ख़त्म ?