- राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी लखनऊ में लगातार काम कर रही है
- मान्यवर कांशीराम कालोनी सदरौना में लगा शिविर
पोल टॉक नेटवर्क | लखनऊ
यही तय हुआ था कि जन के लिए तंत्र काम करेगा और जन के नियंत्रण में ही काम करेगा…
जन का यकीन जब तंत्र से टूट जाता है तब तंत्र को संगीन के साए में काम करना पड़ता है…
मंगलवार को उसी मान्यवर कांशीराम (KANSHIRAM COLONY ) कालोनी सदरौना में अधिकारी, कर्मचारीगण जनता के बीच आकर उनकी सेवा करने को बाध्य हुए जहाँ पिछली बार जनता द्वारा खदेड़े गए थे।
आज की स्थिति ये है कि जनता को
न कर्मचारी पर विश्वास है
न अधिकारी पर विश्वास है
न प्रधान पर विश्वास है
न पार्षद पर विश्वास है
न मेयर पर विश्वास है
न विधायक पर विश्वास है
न सांसद पर विश्वास है
न संतरी पर विश्वास है
न मंत्री पर विश्वास है
पर गनीमत है कि अभी सेना पर विश्वास बना हुआ है क्योंकि सेना ने कभी छल नहीं किया समाज के साथ…
क्या ऐसा ही लोकतंत्र चाहते थे हम, क्या ऐसे ही लोकतंत्र के लिए हमारे पुरखों ने अपनी ज़िंदगी दांव पर लगा दी, क्या
इसी के लिए आज़ादी का सपना देखा गया था..
नहीं यह वो लोकतंत्र नहीं है जो हमारा हासिल था…
न यह वो आज़ादी नहीं है जिसकी हमने कसम खाई थी…
आज़ादी अभी अधूरी है। लोकतंत्र अभी अधूरा है…
पार्टीतंत्र के कब्जे से लोकतंत्र को आज़ाद करवाना होगा तभी मिलेगी असली आज़ादी…
एक ऐसा राष्ट्र जिसमें विश्वास होगा, जवाबदेही होगीं और जनता को अमीरी गरीबी के तराजू में नहीं तोला जाएगा…
सुधार तो हमें ही करना होगा…