- शौचालय और गैस देकर मोदी ने गरीबों, दलितों के मान सम्मान में कितनी वृद्धि की
- निराश्रितों, बुजुर्गों, गरीबों के लिए मोदी नाम औषधि के समान
पीएम के जन्मदिन पर विशेष
PM Narendra Modi 72nd Birthday: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi Birthday ) का जन्मदिन 17 सितंबर को है. 72वें जन्मदिन की तैयारियां जोरों पर हैं. पीएम मोदी (PM Narendra Modi ) के जन्मदिन पर तमिलनाडु के एक सरकारी अस्पताल में नवजात शिशुओं को सोने की अंगूठी गिफ्ट की जाएगी. प्रोफेसर पवन विजय द्वारा लिखे गए इस लेख के माध्यम से पीएम की कुछ बातें और जान लेते हैं।
आप किसी दूर दराज गाँव मे चले जाइये और वहाँ पर सामान्य बातचीत से लेकर विवादों को ध्यान से सुनिए। आपको एक नाम अवश्य सुनाई देगा ‘मोदी’। जिसके पास कुछ नही है उसके पास मोदी ( PM Narendra Modi Birthday ) नाम का आसरा है। निराश्रितों, बुजुर्गों, गरीबों के लिए मोदी नाम औषधि के समान है। उनके लिए मोदी पैसा आता है, किसानों के लिए मोदी सहायता मिलती है। किसी गरीब को पक्के घर में देखें और पूछें कि क्या हाल तो वह तपाक से कहता ” भईया मोदी ने घर बनवा दिया सिलिंडर दे दिया और पैसा भी देते हैं अब कोनो चिंता नही।” शौचालय और गैस देकर मोदी ने गरीबों , दलितों के मान सम्मान में कितनी वृद्धि की यह बहुत महीन बात है इसे बिना समझे आप मायावती जी का डिस्क्रेडिट होना नही समझ सकते।
किसी के खेत मे निपटान और किसी के बाग या पेड़ की लकड़ी की ईंधन बतौर जुटान एक किस्म का मालिक और दास की संरचना का निर्माण करता है जिसे तोड़ा तो मोदी ने और कमजोरों की रीढ़ मजबूत की अब उन्हें किसी के खेत मे या किसी के बाग में जाने की जरूरत नही है वह सम्मान के साथ उस शौचालय और गैस का प्रयोग करते हैं जिसे मोदी ने दिया।
लॉकडाउन में मुफ्त में अनाज, गैस और पैसा मिलता रहा लोग निश्चिन्त थे। मजे की बात यह है निरक्षर से निरक्षर माता जी को भी पता है कि मोदी उनके खाते में पैसे भेजते हैं। वह अपने बच्चों से ज्यादा भरोसा मोदी (PM Narendra Modi Birthday) का करती हैं। और तो और भरोसे का आलम यह है कि विरोधी भी हर कार्य का उत्तरदायित्व मोदी पर डालते हैं। ज्यादा ठंडी हो गयी बारिश हो गयी तो मोदी जिम्मेदार और यहाँ तक कि विपक्षी दल के नेता का भी भरोसा मोदी पर इतना तगड़ा है कि एक एक छोटी से लेकर बड़ी घटना को मोदी का किया धरा साबित करते रहते हैं मानो देश का पत्ता तक हिलाया तो बिना मोदी की सहमति के नही हिलेगा।
मोदी समस्त भारतवासियों की आशाओं के केंद्र हैं। इतना भरोसा देश ने कभी पूर्व में अपने किसी नेता पर नही किया। मोदी आये दिन नागरिकों को लाइन में खड़ा कर देते हैं, टास्क देते हैं पर सभी हंसी खुशी उस टास्क को जी जान से पूरा करते हैं। मोदी के भाषणों ,कथनों को बड़े ध्यान से सुना जाता है उस पर विश्वास किया जाता है। मोदी नाम से सत्ता पक्ष निश्चिन्त है तो विपक्ष भी निश्चिन्त है कि जब तक ये है आराम से अपना काम धंधा करो गद्दी तो मिलने से रही।
मोदी के प्रति प्रेम और विश्वास को जन सामान्य के उस कथन से अनुमानित किया जा सकता है जिसमें जनता कहती है कि मोदी ने किया होगा तो ठीक ही किया होगा। यही विश्वास और प्रेम मोदी को अजेय, अकाट्य और अमोघ बनाता है जिसके आगे विश्व के बड़े बड़े प्रतिमान कहीं नही टिकते। राम काज करने वाले ऐसे हमारे प्रधानमंत्री जी के ऊपर काशी के अविनाशी भगवान नीलकंठ अपनी कृपा दृष्टि बनाएं रखें, जन्मदिन की अनेकानेक शुभकामनाओं के साथ.
लेखक
प्रोफेसर पवन विजय समाजशास्त्री, साहित्यकार होने के साथ-साथ स्तंभकार, सामजिक कार्यकर्ता भी हैं। वर्तमान में डॉ. विजय इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के एक महाविद्यालय में समाजशास्त्र के एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं।