- तीन बार से बेटी बन रहीं विधायक, प्रमोद तिवारी के राज्यसभा जाने के बाद खाली हुई थी सीट
- यहां सोनिया और राहुल से ज्यादा लोग प्रमोद तिवारी को जानते हैं, पार्टी नहीं प्रमोद हैं सबकुछ
आदित्य कुमार गुप्ता | लखनऊ
उत्तर प्रदेश (UP) में भले की कांग्रेस अब अपनी राजनीतिक जमीन तलाश कर रही हो लेकिन बीते 41 सालों से प्रतापगढ़ जिले की रामपुर खास सीट पर कांग्रेस (CONGRESS ) का कब्ज़ा रहा। रामपुर खास (RAMPUR KHAS ) विधानसभा सीट सूबे की अन्य पार्टियों के लिए अभेद साबित हो रही है। प्रतापगढ़ की रामपुर खास (RAMPUR KHAS) विधानसभा सीट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी (PRAMOD TIWARI ) को लेकर चर्चा में रहती है। सूबे में सरकार किसी भी दल की बने लेकिन रामपुर खास के ‘राजा’ प्रमोद तिवारी (PRAMOD TIWARI) ही बनते हैं।
लगातार जीतने का बना चुके हैं रिकॉर्ड
प्रमोद तिवारी रामपुर खास सीट से लगातार 9 बार चुनाव जीत चुके हैं। राजनीतिक पंडित कहते है कि प्रमोद तिवारी और रामपुर खास सीट एक दूसरे के पूरक हैं। प्रमोद तिवारी ने साल 1980 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता था। उसके बाद से लगतार 1985, 1989, 1991, 1993, 1996, 2002, 2007 और 2012 में प्रमोद तिवारी ने कांग्रेस के ही टिकट पर रामपुर खास विधानसभा सीट से चुनाव जीता। एक ही सीट पर एक ही पार्टी से लगातार 9 बार जीत दर्ज करने वाले प्रमोद तिवारी विश्व के एकलौते नेता हैं। इसके लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ द वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है।
बेटी भी लगातार तीसरी बार विधायक
कांग्रेस पार्टी ने 2014 में प्रमोद तिवारी को राज्यसभा का सदस्य नामित कर दिया जिसके बाद उन्होंने विधयक पद से इस्तीफा से दिया। 2014 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने प्रमोद तिवारी की बेटी आराधना मिश्रा को मैदान में उतरा। पिता की विरासत का पूरा लाभ आराधना को मिला और उन्होंने जीत हासिल की। 2017 में दूसरी बार आराधना मिश्रा ने कांग्रेस के टिकट पर ताल ठोकी और जीत दर्ज की। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी आराधना मिश्रा ने अपने प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी नागेश प्रताप सिंह को 17,066 वोटों से हराया था। विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस ने एक बार फिर से आराधना मिश्रा पर भरोसा जताया। कांग्रेस ने 2022 चुनाव में सूबे में मात्र 2 सीटें जीतने में कामयाब हुई है उसमें एक सीट प्रतापगढ़ की रामपुर खास सीट है। 2022 के चुनाव में आराधना मिश्रा ने बीजेपी के नागेश प्रताप को 14306 मतों से हराकर जीत का परचम लहराया है।