
जयपुर के गोविन्दगढ़ से प्रदीप पालावत का रविवार की सुबह फ़ोन आया कि उनके किसी मित्र ने बताया कि केरल के केरल के कुट्टियादी में १० लोग झारखंड के हैं. जिन्हें भोजन की जरुरत है. मैंने तुरंत उनसे डीटेल लिया और लगा गया काम पर. ये १० लोगों धनबाद के पर्वतपुर के रहने वाले हैं. जो वहां पर पेंटिंग का काम थे. मैंने केरल में अन्गामाली (Angamaly) विधान सभा के कांग्रेस विधायक एम रोजी जान को यह बात बताई और मदद की अपील की. उन्होंने उन मजदूरों को भोजन की व्यवस्था करा दी है. ऐसे जनप्रतिनिधियों को साधुवाद। अभी हमें जरूतमंद को भोजन और 14 अप्रैल तक जो जहां है वहां पर रोकने का काम करना है. पोल टॉक इन सभी को कोरोना वारियर्स मानता है. इन्हें सलाम करता है.

लगातार हो रही है मदद
वहीं पंजाब के लुधियान में अमर शहीद शुखदेव वेलफेयर सोशायटी के अध्यक्ष विशाल नैय्यर ने शनिवार को भोजन बांटा है.1500 लोगों को भोजन कराया है. राकेश गर्ग और अमित भेल और दविंदर रावल ने कई जगहों पर उन्होंने गरीबों को भोजन दिया है. कई लोगों को सूखा आनाज भी दिया है. लगातार ये लंगर भी चला रहे हैं.

रेलवे के इस अधिकारी ने पेश की मानवता की मिसाल
कोरोना से लड़ने के लिए रेलवे लगातार काम कर रही है। इसी कड़ी में रेलवे के कुछ अफसर भी सामने आ रहे हैं। प्रयागराज में तैनात भारतीय रेलवे ट्रैफिक सेवा 2013 बैच के अधिकारी डॉ संचित त्यागी ने अपनी सेवा देने की बात कही है। अभी त्यागी प्रयागराज में रेलवे में वरिष्ठ डिवीजनल कमर्शियल मैनेजर के पद कार्यरत है. दरअसल, रेलवे बोर्ड ने रलवे के उन लोगों से यह मांग की है कि जो पैरामेडिकल या मेडिकल के डिग्री धारी है. उनसे इस महामारी में मदद मांगी गई है. संचित इसमें वालियंटर्स के रूप में काम करेंगे। लोगों की मदद के लिए वो तैयार हो चुके हैं.