- सचिन पायलट भी कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाए गए
- कांग्रेस में बगावत करने के बाद भी राजेश पायलट बने रहे थे
संतोष कुमार पांडेय | सम्पादक
कांग्रेस में इन दिनों बगावत के सुर बुलंद हैं. चाहे मध्य प्रदेश हो, चाहे उत्तर प्रदेश, हरियाणा या अब राजस्थान हो. जहां भी कांग्रेस है वहां बगावत शुरू है. आखिर यह बगावत हो क्यों रही है इसकी वजह जानिए। मध्य प्रदेश में जब माधवराव सिंधिया के बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बगावत की तो लोग बताने लगे कि कैसे उनके पिता भी 1993 में बगावत किया थे. हालांकि, वो फिर कांग्रेस में वापस आ गए. दिग्गज नेता माधवराव सिंधिया और ज्योतिराज सिंधिया दोनों अपनी राजनीति कांग्रेस से शुरू किए थे लेकिन इन दिनों मध्यप्रदेश में कांग्रेस की तरफ से नहीं बल्कि भाजपा से राज्यसभा सदस्य हैं.
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अदिति सिंह ने भी की बगावत
अब बात कर लेते हैं उत्तर प्रदेश की | उत्तर प्रदेश में अदिति सिंह इस समय विधायक हैं. रायबरेली सदर से इनके पिता अखिलेश प्रताप सिंह कांग्रेस से कई बार रहे विधायक रहे, लेकिन बाद में बगावत किये और उनकी बगावत इतनी बढ़ गई उन्हें दूसरी पार्टियों से चुनाव लड़ना पड़ा। लेकिन 2017 में जब विधानसभा का चुनाव हुआ तो उनकी बेटी अदिति सिंह कांग्रेस के टिकट पर विधायक बन गई. इनके पिता भी बगावती रहे इसलिए ये भी बगावत की राह पर है।
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राजेश पायलट ने की थी बगावत
राजस्थान में सचिन पायलट भी बगावत पर थे और उन्हें सरकार और संगठन से बाहर किया जा चुका है. सचिन के पिता राजेश पायलट 1997 में कांग्रेस से बगावत कर दिया था. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ उन्होंने चुनाव लड़ लिया था जबकि उन्हें हार मिली थी. जिसमें सीताराम केसरी की जीत हुई थी.फिर भी राजेश पायलट कांग्रेस में बने रहे.
अब ये तीनों बगावत की राह पर है. इनकी चर्चा लगातरा हो रही है.