मध्यप्रदेश में सरकार बदल गई है. अब भाजपा अपनी सरकार बनाएगी. शिवराज के नाम पर ही सरकार चलेगी भी. अब बात कर लेते हैं मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह की सरकार में किसे मंत्री बनाया जा सकता है. विन्ध्य ऐसा क्षेत्र है जहां से भाजपा को कुल 24 सीटें मिली थी. जबकि विन्ध्यक्षेत्र में कुल 30 सीटें हैं. इस बार 6 सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी. विन्ध्य में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला. अब जब शिवराज की सरकार बनने जा रही है तो यह जानना जरुरी है कि किसे मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी. रीवा के दिग्गज नेता राजेन्द्र शुक्ला, नागौद के नागेन्द्र सिंह और रैगांव के जुगुल किशोर बागरी का नाम लिस्ट में हो सकता हैं. पढिये पोलटॉक की ये ख़ास रिपोर्ट.
राजेन्द्र शुक्ला इसलिए है महत्वपूर्ण !
विन्ध्य में रीवा जिले के राजेंद्र शुक्ला भाजपा के बड़े चेहरा हैं. कई बार मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं. शिवराज सिंह चौहान के बहुत ख़ास मंत्रियों और करीबियों में राजेंद्र् शुक्ला का नाम रहा है. इनके पास कई महत्वपूर्ण मंत्रालय थे. २००३ में राजेंद्र शुक्ला पहली बार मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए. उन्हें आवास और पर्यावरण के लिए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया था। और उसके बाद से चुनाव हारे नहीं. इनका नाम तेजी से आगे है.
नागेन्द्र सिंह भी रेस में आगे
विन्ध्य में कई जिले ऐसे हैं जो अगर भाजपा बाहुल्य कहे जाये तो गलत नहीं होगा. विन्ध्य में ही एक महत्वपूर्ण जिला है जिसका नाम है सतना. सतना जिले में नागौद एक विधानसभा सीट है जहां पर भाजपा का कब्जा है. और यहाँ से कई बार के विधायक नागेद्र सिंह कैबिनेट मंत्री की दौड़ में शामिल हैं. खजुराहो से २०१४ में सांसद भी बने थे. वर्ष 2007 में कैबिनेट मंत्री बने. कद्दावर नेता है और विन्ध्य में इनकी चलती है.
बुजुर्ग विधायक जुगुल किशोर बागरी
सतना जिले की एक विधान सभा सीट है रैगाँव. जो सुरक्षित सीट है. पिछली बार यहाँ से बसपा को जीत मिली थी. मगर अब यहाँ पर भाजपा ने अपना कब्जा जमा लिया है. यहाँ से कई बार के विधायक हैं जुगुल किशोर बागरी. 5वीं बार इन्हें जीत मिली है और बुजुर्ग नेता है. कई बार मंत्री रह चुके हैं. ये भी रेस में शामिल हैं.
इनके अलावा भी कई कद्दवार नेता दौड़ में शामिल है. मगर अभी उनके नाम की चर्चा नहीं है.