ख़ास इंटरव्यू : सपा मदद को तैयार, मगर सरकार उपयोग में नहीं ले रही, साथ मिलकर लड़ने की जरूरत है न की नम्बर बनाना : अनुराग

इसी कड़ी में पोलटॉक के सम्पादक संतोष कुमार पांडेय ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व राज्य मंत्री ड़ॉ नुराग भदौरिया का ख़ास इंटरव्यू किया है. इसमें 5 सवाल किये गये हैं. 

0
1402
अनुराग
राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व राज्य मंत्री अनुराग भदौरिया

यूपी जनसँख्या के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा राज्य है। यहां पर योगी सरकार अपना काम कर रही है। चूँकि, कोरोना महामारी घोषित हो चुकी है. इसके लिए सरकार के अकेले के ही कदम पर्याप्त नहीं हो पाते हैं। इसमें सभी को आगे आना होता है. तभी मजबूती मिलती है। इसी कड़ी में पोलटॉक के सम्पादक संतोष कुमार पांडेय ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व राज्य मंत्री डॉ. अनुराग भदौरिया का ख़ास इंटरव्यू किया है. इसमें 5 सवाल किये गये हैं.

अनुराग भदौरिया, सपा नेता
राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व राज्य मंत्री  डॉअनुराग भदौरिया.

सवाल 01 : समाजवादी पार्टी के लोगों को सरकार राहत सामग्री नहीं बांटने दे रही ?

अनुराग भदौरिया : देखिये, जहां (इलाका ) जो लोग रहते हैं वो लोगों के बारे में ज्यादा बेहतर जानते है. उनके आसपास कौन जरूरतमंद है, उसे वो बेहतर तरीके से मदद कर पाएंगे। जैसे जिस गांव में सपा का कार्यकर्ता रहता है वो जरूतरमंद की मदद तुरंत कर देगा है। जबतक सरकार (सरकारी मदद) वहां पहुंचेगी तब वो भोजन के लिए मर सकती/सकता है. जबकि उसे तुरंत भोजन की जरुरत है. हमारा काम है उन्हें भोजन कराना। हम उसी काम को कर रहे हैं.

अनुराग
राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व राज्य मंत्री अनुराग भदौरिया

सवाल 02 : बसपा के सभी विधायकों और सांसदों को बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके कहा था कि एक-एक करोड़ रुपये दान करने को ? तो सपा ने क्यों ट्वीट नहीं किया ?

अनुराग भदौरिया : समाजवादी पार्टी के सभी विधायक और सांसद भी दे रहे हैं. सपा ने 15 करोड़ रूपये दिया तो है ! आखिर ये 15 करोड़ रूपये कहा से आया. सपा भी दे रही है. हर चीज ट्वीट से नहीं होता है. सपा का कोई ऐसा विधायक और सांसद नहीं है जिसने दान नहीं किया है. हमारी पार्टी के सभी विधायक और सांसद लगातार डटे हुए हैं.

सवाल 03 : पीएम मोदी का संदेश था कि ‘घर की बिजली बंद करके 9 मिनट दीपक, मोमबत्ती या मोबाइल का फ़्लैश जलाये’ इसका सपा कितना समर्थन करती है ?

अनुराग भदौरिया : देखिये, इस समय राजनीति करने का समय नहीं है. अभी हमें केवल कोरोना को हराना है। हम सब एक हैं. हमारा देश कोरोना से परेशान है. सपा इस समय कोई राजनीति नहीं कर रही है. हम सब एक हैं। सपा को मार्केटिंग नहीं करनी है. हम सेवा भाव से कर रहे हैं. हम लोग जरूतमंद की मदद कर रहे हैं. लोगों से दिया जलाने की बात हुई थी. लेकिन लोग पटाखे जला रहे हैं. बन्दूक चला रहे हैं. गोली चला रहे है. ये लोग समाज के दुश्मन हैं. ये लोग पर्यावरण प्रदूषण बढ़ा रहे हैं. बंदूक भी चलाया भाजपा के लोगों ने और पटाखे भी जलाया भाजपा के लोगों ने ही. ये क्या सन्देश है ? ऐसे लोगों पर सरकार को कार्रवाई करने की जरूरत है. इस समय हमें साथ खड़े होने की जरूरत है। सपा के लोग लगातार काम कर रहे हैं. सरकार को चाहिए कि सपा के लोगों की प्रसंशा करें। हम लगातार काम कर रहे हैं.

सवाल 04: कोरोना से लड़ने के लिए क्या यूपी सरकार बेहतर कर रही है ? सभी को भोजन मिल पा रहा है ?

अनुराग भदौरिया : देखिए, भूखे पेट को भोजन कराइये। सरकार बेवजह वाहवाही लूटने में लगी है. सरकार सही तरीके से सराकारी कर्मचारियों का उपयोग नहीं कर पा रही है। जो सरकारी कर्मचारी और अधिकारी घरों में बैठे हैं. उनका सही इस्तेमाल नहीं हो रहा. जो जिस इलाके में रह रहा है उसी इलाके में वो लोगों को भोजन करा सकता है। हर व्यक्ति अपने घर में दो रोटी अधिक बना देते। और अपने इलाके में बाँट दे। इससे आराम से लोगों को भोजन मिल जाएगा। कोई भगदड़ की जरूरत नहीं है। सभी को भोजन मिल जाता। पूरे प्रदेश में ऐसे ही सबको भोजन मिल जाता। यह सरकार को करना चाहिये। मैंने (अनुराग भदौरिया ) ने सरकार को सबसे पहले ये आइडिया दिया था. जिससे आसानी से सब कुछ हो जाता है. मान लीजिये, गोमती नगर इलाके में कोई भूखा है तो उसके लिए खाना आशियाना से आये तो कितना मुश्किल है। लोग पास लेकर दिन भर सकड़ों पर घूम रहे हैं। बेहतर मैनेजमेंट हो सकता था मगर अब हो नहीं पा रही है।

आरएसएस ने देशहित के लिए उठाया बड़ा कदम, जो अभी तक कभी नहीं हुआ

अनुराग
राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व राज्य मंत्री अनुराग भदौरिया

सवाल 05: दिल्ली या बाहर से मजदूरों को लाने में यूपी सरकार से क्या कोई चूक हो गई है ? जो बाहर से लोग यूपी में आ रहे थे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा ?

अनुराग भदौरिया : देखिये, सरकार से चूक हो गई है। मैंने, पहले ही बोला था कि जो यूपी आना चाह हैं उन्हें ले आइये। उन्हें बस लगाकर ले आइये। जो लोग आ रहे है उन्हें सेनेटाइज करिये और जो संदिग्ध लगे उसे क्वारन्टाइन कर दीजिये. आखिर, बाद में सब किया गया.

धन्यवाद . 


Leave a Reply