- सुपौल जिले की छातापुर है विधानसभा सीट, आरजेडी को देते हैं टक्कर
- वर्ष 2010 में जदयू और 2015 में भाजपा से बने विधायक
संतोष कुमार पाण्डेय | सम्पादक
बिहार में विधान सभा (BIHAR VIDHAN SABHA CHUNAV 2020 ) का चुनाव होने वाला है. इसी में सुशांत सिंह राजपूत का मामला भी छाया हुआ है. सुशांत सिंह राजपूत के चचेरे भाई इस समय भाजपा के विधायक हैं. जो चर्चा में बने हुये हैं. विधायक नीरज सिंह के बारे में पढ़िए पूरी जानकारी सिर्फ पोलटॉक पर. नीरज सिंह ने कितने वोट से चुनाव जीता था और उनकी पत्नी भी विधायक हैं.
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सुपौल से पटना की दूरी मात्र 246 किमी है. बिहार में भाजपा 15 साल से सत्ता में है. मगर भाजपा सुपौल की छातापुर विधान सभा सीट पर 2010 के पहले चुनाव जीत नहीं सकी थी. और यह जीत मिली थी सुशांत सिंह राजपूत के चचेरे भाई नीरज सिंह के द्वारा. नीरज सिंह ने छातापुर विधान सभा सीट पर 2010 में जदयू से चुनाव लड़ा था . उन्हें जदयू के टिकेट पर जीत मिली थी. वहीँ आरजेडी की बड़ी हार मिली. इस सीट पर आरजेडी और जदयू की खूब लड़ाई रही. नीरज कुमार सिंह को वर्ष 2010 में 66895 वोट तो आरजेडी के अकील अहमद को 43165 मत मिले. जीत जदयू की हुई.
वर्ष 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव में बदला समीकरण
वर्ष 2015 के विधान सभा चुनाव में बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव हुआ. जदयू और आरजेडी दोनों एक साथ चुनाव मैदान में आ गये. और भाजपा को बड़ा नुकसान हुआ. भाजपा को मात्र 53 सीटें मिली. और नीरज सिंह ने भाजपा के टिकट पर छातापुर विधान सभा सीट से चुनाव जीता. और यहाँ पर पहली बार कमल खिला. इस चुनाव में नीरज सिंह को 75697 वोट मिला और आरजेडी के जौहर आलम को मात्र 66405 वोट मिले. नीरज कुमार इस बार भी भाजपा से चुनाव मैदान में होंगे.
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छातापुर में यह है हाल
छातापुर विधानसभा सीट पर 153879 पुरुष हैं और 138806 महिलायें और 7 थर्ड जेंडर हैं. इतने वोटर हैं. इस बार देखना है क्या स्थिति बनती है.लेकिन यहाँ पर भाजपा को मजबूत बताया जा रहा है. वैसे अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है.
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