बड़ी खबर : तबलीगियों ने आखिर क्यों चुनी ट्रेन, नहीं गए प्लेन से ?

ट्रेन के किराए से प्लेन का किराया भी ज्यादा नहीं था

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tabligi jamat
दिल्ली से जाते हुए तबलीगी जमात के लोग

 

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दिल्ली से जाते हुए तबलीगी जमात के लोग

 

कोरोना (corona virus) और तबलीगी जमात (tabligi jamaat ) दोनों इन दिनों काफी चर्चा में है. इन जमात के लोगों पर कई तरह की बातें सामने आ रही है. कई सारे सवाल है इनसे ? आइये जानते है उस बात को जो सवाल खड़े कर रहा है. शुरू से ही भारत में कोरोना का असर कम था. मगर तबलीगी जमात के लोगों के मामले के बाद से कई शहरों में कोरोना का मामला बढ़ गया है. बड़ा सवाल यह है कि तबलीगी जमात के लोग प्लेन नहीं बल्कि ट्रेन से क्यों गये? क्या उनका कुछ और मकसद था. जबकी इन शहरों के लिए प्लेन की पूरी व्यवस्था भी है. ट्रेन के किराए से प्लेन का किराया भी ज्यादा नहीं था. इन्होने बड़ी लापरवाही की जिसका खामियाजा अब सामने आ रहा है. पढ़िए पोलटॉक की ये स्पेशल रिपोर्ट!

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प्लेन से न जाकर ट्रेन ही क्यों चुना !

Tamil Nadu Express -12622 का यह है राज

दिल्ली से चेन्नई की दूरी 2182 किमी है. जिसे Tamil Nadu Express -12622 लगभग 33 घंटे में तय करती है. यह ट्रेन हर दिन जाती है. इसका किराया और दूरी तय करने का समय दोनों अगर देखा जाय तो कोई भी जो सामान्य व्यक्ति नहीं होगा वो इससे न जाकर प्लेन से जाना पसंद करेगा. उसका किराया भी इतना नहीं है की कोई दे नहीं सकता. इससे ट्रेन से जाते समय कुछ बड़े शहर रास्ते में आते हैं. Grand Trunk Express -12615 से भी गए है. यह ट्रेन आगरा, भोपाल, इटारसी जहां पर इस समय सबसे ज्यादा कोरोना के केस मिल रहे हैं. इस ट्रेन से बड़ी संख्या में तबलीगी जमात के लोग गए हैं. इसका मतलब है वो कोरोना को फैलाना चाहते थे इसीलिए ट्रेन को चुना होगा ! दिल्ली में 386 केस मिले है और तमिलनाडु में 411 मामले कोरोना के मिले है.

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Nzm Duronto Express -12285 का राज

यह ट्रेन गुरूवार और रविवार को दिल्ली से सिकंदराबाद जाती है. 1660 किमी यह ट्रेन जाती है. जो लगभग 23 घंटे में पहुचा देती है. इसमें भी तबलीगी जमात के लोग बड़ी संख्या में गये हैं. 23 घंटे का सफर सामान्य नहीं होता है. इन लोगों ने इतनी दूरी का सफर प्लेन से क्यों नहीं किया. इन्हें अंदेशा रहा होगा कि एयरपोर्ट पर थर्मल इमेज ली जायेगी. इन्ही सभी बातों को लेकर इन्होने ट्रेन का सफर किया होगा.

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Ndls Rnc Rajdhani -12454 ( New Delhi to Ranchi )

इस ट्रेन से भी तबलीगी समाज के लोग गये हैं. 1341 किमी दूरी है और 14 घंटे में यह ट्रेन रांची पंहुचा देती है. इसका किराया भी लगभग प्लेन के किराये के बराबर है. मगर जमातियों ने ट्रेन को चुना. इस ट्रेन के रास्ते में कई बड़े स्टेशन आते हैं. जैसे कानपुर और मुगलसराई (पंडित दीन दयाल उपाध्याय) स्टेशन आते हैं. यहाँ तक यात्रा करने वाला व्यक्ति और रेलवे स्टाफ इनसे संक्रमित हो सकता है.

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Ap Sampark Kranti -12708 का राज

यह ट्रेन 2300 किमी लगभग 40 घंटे में सफर तय करती है. यह बुधवार, शुक्रवार और रविवार को दिल्ली से तिरुपति जाती है. कई राज्यों के कई बड़े स्टेशन इस ट्रेन के रास्ते में आते हैं.

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इन देशों के लोग है शामिल

गृह मंत्रालय के मुताबिक, 21 मार्च तक 824 विदेशी मुसलमान देश के विभिन्न हिस्सों में इस्लाम का प्रचार कर रहे थे जबकि 216 विदेशी निजामुद्दीन मरकज में मौजूद थे। ये विदेशी मुस्लिम इंडोनेशिया, मलेशिया, थाइलैंड, नेपाल, म्यामांर, बांग्लादेश, श्रीलंका और किर्गिस्तान से आकर तबलीग के धर्म प्रचार के काम में जुटे थे।


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