उत्तर प्रदेश की खाली हुई 36 विधान परिषद की सीटों पर चुनाव हो रहा है। कुल 36 सीटों में से 27 सीटों पर 9 अप्रैल यानि आज शनिवार को वोटिंग की जा रही है। जहां पर 95 प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। सूबे के 58 जिलों के 739 बूथों पर 1,20,657 मतदाता वोटिंग कर रहे हैं। एमएलसी का चुनाव चुनाव सामान्य विधानसभा चुनाव से अलग होता है।
देश में 6 ही ऐसे राज्य हैं जहां द्विसदनीय (Bi-cameral) व्यवस्था है। यानि विधान सभा के साथ विधान परिषद् की व्यवस्था विधान परिषद राज्यसभा की ही तरह एक स्थायी सदन है। प्रत्येक राज्य में हर राज्य के विधान परिषद के सदस्यों संख्या निश्चित होती है। यपी विधान परिषद में 100, आंध्र प्रदेश में 58, बिहार में 75,कर्नाटक में 75, महाराष्ट्र में 78 और तेलंगाना में 40 सीटें हैं।
कौन करता है एमएलसी चुनाव में वोटिंग
विधान परिषद के चुनाव में आम जनता वोट नहीं करती बल्कि आम जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि मतदान करते हैं। ये प्रतिनिधि क्षेत्र के सांसद, विधायक, सभी प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी), ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य और जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ नगर निगम के पार्षद, मेयर, नगर पालिका व पंचायतों के पार्षद और अध्यक्ष होते हैं।
कैसे होता है MLC का चुनाव? (How MLC gets elected)
(i) 1/3 सदस्यों यानी 38 MLCs का चुनाव विधानसभा के सदस्य (MLA) करते हैं।
(ii) 1/3 सदस्यों यानी 36 MLCs का चुनाव नगरपालिका,ग्राम पंचायत,पंचायत समिति, ज़िला परिषद के सदस्य करते हैं।
(iii) 1/12 सदस्यों यानी 8 MLCs का चुनाव 3 साल से राज्य में रह रहे स्नातक करते हैं।
(iv) 1/12 सदस्यों यानी 8 MLCs का चुनाव 3 साल से राज्य में पढ़ा रहे शिक्षक (सेकेंडरी से नीचे नहीं) करते हैं।
(v) 1/6 सदस्यों यानी 10 MLCs को राज्यपाल मनोनीत (Nominate) करते हैं।
बता दें, राज्यपाल साहित्य, विज्ञान, कला, सहकारिता आंदोलन और सामाजिक सेवा से जुड़े 10 लोगों को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करते हैं।
कौन बन सकता है MLC?
(i) व्यक्ति भारत का नागरिक हो
(ii) कम से कम 30 साल उम्र हो
(iii) मानसिक रूप से तंदरुस्त हो
(iv) दिवालिया न हो
(v) चुनावी राज्य की वोटर लिस्ट में नाम हो
(vi) संसद या किसी विधान सभा का सदस्य न हो