- अखिलेश यादव के लिए २२ का चुनाव बहुत ही निर्णायक होगा
- लगातार चुनावों में बेहतर न कर पाने वाली सपा के लिए बढ़ी चुनौती
संतोष कुमार पाण्डेय | सम्पादक
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP ELECTION २०२२) में होना हैं. उसके पहले ही समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव भगवान राम की नगरी अयोध्या और चित्रकूट में भ्रमण कर रहे हैं. कुछ दिन पहले उन्होंने अयोध्या के पंडितों को बुलाया और अब चित्रकूट पहुंच गए हैं. चित्रकूट जाकर उन्होंने कामता नाथ के दर्शन किये. और वहां के लोगों से मुलाकात की है अखिलेश यादव ने फेसबुक पर लिखा है कि ‘मिला चित्रकूट का आशीर्वाद फिर से आयेगी सपा सरकार’.
चर्चा है कि यूपी में ब्राह्मण योगी की सरकार से नाराज बताये जा रहे हैं. जानकारों का कहना है कि ब्राह्मण वोटों को रिझाने के लिए सपा राम के सहारे चल सकती है. मंदिर का काम भाजपा कर रही है और राम की चर्चा अखिलेश यादव. मायावती किसी भी मुद्दे में नहीं पड़ रही है. गठबंधन में कई दल शामिल हैं. वहीँ सरकार बनाने और सरकार में शामिल होने के लिए राजनीतिक दल होड़ में लग गये हैं.
दो जनवरी को अखिलेश यादव ने लखनऊ में अयोध्या के रामभक्तों से मुलाकात की है. वहीं अखिलेश यादव सोशल मीडिया पर लिखे हैं ‘ आज अयोध्या के विविध धर्मों के धर्म गुरुओं का स्नेह सानिध्य और आशीर्वाद मिला। सपा के सरकार में आने पर हम अयोध्या नगर निगम के अंतर्गत आनेवाले सभी धार्मिक स्थलों और नागरिकों को ‘कर मुक्त’ करेंगे जिससे प्रदेश में रामराज्य की अवधारणा फलीभूत हो। हम जन कल्याण के सच्चे दीये जलाएँगे!’
अब देखने वाली बात है कि क्या अखिलेश यादव को इसमें फायदा मिलेगा. चित्रकूट जाकर अखिलेश ने सोशल मीडिया पर लिखा है ‘ सपा के समय चित्रकूट में पर्यटन के विकास के लिए बड़े विमानों व व्यावसायिक उड़ानों हेतु चित्रकूट की हवाई पट्टी का जो काम शुरू हुआ था, वो भाजपा सरकार में ठप्प पड़ा है. विकास का हवाई दावा करनेवाली भाजपा के लिए अब उप्र की जनता कह रही है : भाजपा के चार साल पूरे…लेकिन सारे काम अधूरे!’