- संकल्प दिवस के रूप में विश्व बालश्रम निषेध दिवस मनाया
- बच्चों के हक अधिकार के लिए जागरूकता की जरूरत
पोल टॉक नेटवर्क | वाराणसी/ मिर्जामुराद
बेनीपुर गाँव के वंचित समुदाय की बस्ती में रविवार को विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने ‘विश्व बाल श्रम निषेध दिवस’ को संकल्प दिवस के रूप में मनाया। बाल श्रम को रोकने के लिए बाल मज़दूरी अभिशाप है, जन जन ने ठाना है बालश्रम मिटाना है आदि कई तरह के नारे के साथ लोगों को जागरूक किया गया । इस दौरान आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता (Rajkumar Gupta) ने कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं। इनके द्वारा बाल मजदूरी करवाना, शिक्षा से दूर रखना अपराध की श्रेणी में आता है।
जो बाल मजदूरी कराएगा, वो क़ानूनन जेल की हवा खायेगा। बच्चों के हक अधिकार के लिए लोगों में जागरूकता लाने की जरूरत है। अंत में कार्यक्रम संयोजिका श्रद्धा देवी ने कहा कि बालश्रम जो बच्चों के सुनहरे बचपन को छीन लेता है, यह बच्चों के मानसिक शारीरिक तथा बौद्धिक विकास को बाधित करता है।
बच्चे राष्ट्र का स्वर्णिम भविष्य हैं, बाल श्रम निषेध दिवस पर हम सब मिलकर देश से इस सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करने एवं प्रत्येक बच्चे को उनका अधिकार दिलाने के लिए दृढ़ संकल्पित हुए। इस दौरान राजकुमार गुप्ता, श्रद्धा, रेश्मा, माया, रोशनी, करिश्मा, गौरी, शांती, मीरा, रितेश, आरूष, नीलू, आशीष, मनीष आदि लोग उपस्थित थे।