- अभी तक केवल नीलम संजीव रेड्डी ही निर्विरोध राष्ट्रपति चुने गए हैं
- यशवंत सिन्हा को मिले कुल 36% मत, मुर्मू को 64.03% मत मिले
संतोष कुमार पांडेय | नई दिल्ली
दौपदी मुर्मु (president of india droupadi murmu) भारत ( india) की राष्ट्रपति बन गईं हैं. देश की 15वीं राष्ट्रपति हैं द्रौपदी मुर्मू। 21 जुलाई को घोषित हुए परिणाम में द्रौपदी मुर्मू को कुल पड़े वोट का 64.03% प्रतिशत मत है. वहीं विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (yashwant sinha) को 36% मत मिले हैं. इस बार का चुनाव बहुत रोचक होने वाला था. मगर विपक्ष में एकता न होने की वजह से यशवंत सिन्हा कमजोर पड़ गए. हालांकि, एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (draupadi murmu) को उतने मत नहीं मिले जितने की उम्मीद की जा रही थी.
राष्ट्रपति पद के लिए कुल 748 सांसदों के वोट पड़े हैं जिनमें से मुर्मू को 540 वोट मिले हैं जबकि यशवंत सिन्हा को महज 208 वोट मिले हैं। इस दौरान 15 सांसदों के वोट अमान्य हो गये हैं। 1977 में देश के छठे राष्ट्रपति बनने वाले डॉक्टर नीलम संजीव रेड्डी ऐसे सौभाग्यशाली नेता रहे जिन्हें निर्विरोध चुना गया था। हालांकि, 1969 के चुनाव में वे वीवी गिरी से हार भी चुके थे। पढ़िए ये खास रिपोर्ट |
द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत दर्ज की है। राष्ट्रपति चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर राज्यसभा के महासचिव PC Mody ने बताया है कि मुर्मू को कुल 6,76,803 मिले हैं, जो कि कुल पड़े वोट का 64.03% है। राज्यसभा महासचिव ने घोषणा की है, ‘रिटर्निंग ऑफिसर के तौर पर मैं द्रौपदी मुर्मू को भारत का राष्ट्रपति घोषित करता हूं।’ जबकि, संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को इस चुनाव में महज 3,80,177 वोट मिले हैं, जो कि डाले गए वोट का 36% है। इस चुनाव में कुल मतों का मूल्य 10,72,377 था। राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को वोट डाले गए थे।
इस बार राष्ट्रपति चुनाव में 98.91% वोटिंग हुई थी। चुनाव आयोग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 12 राज्यों में 100 फीसद मतदान हुआ। जिसमें छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक, एमपी, मणिपुर, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, तमिलनाडु और पुडुचेरी शामिल हैं।