- योगा ही उनका जूनून है. योग को ही जीते हैं और उसी में रमे रहते हैं
- उत्तम को समाज और लोगों के लिए काम करना है
योग दिवस 21 जून (yog diwas) को मनाया जाता है. ऐसे में लोग बाबा रामदेव को याद करते है लेकिन कुछ ऐसे युवा भी है जो योग को अपना कैरियर बना रहे है. उन्हें समाज और लोगों के लिए काम करना है. ऐसे में वो लगातार काम कर रहे हैं. इसी कड़ी में 20 साल के उत्तम अग्रहरी है जो इस कार्य को कर रहे है. योगा ही उनका जूनून है. योग को ही जीते हैं और उसी में रमे रहते हैं. आइये जानते हैं उनके बारे में. इनका कहना है कि एक योग का संस्थान खोलना है. उसे ये चलाना चाहते जहां से लोगों को बड़ा लाभ मिले.

ये है फायदा
पांच तत्वों से मिलकर बने इस नश्वर शरीर को निरोग रखने के लिए योग करना बहुत जरूरी है, जिसके लिए आपको कुछ खर्च करने की भी जरूरत नहीं है, बस आपको इसके लिए थोड़ा समय निकालना पड़ेगा, पर यकीन मानिए कि ऐसा करके आप दवा पर होने वाले खर्च को बचा सकते हैं और बीमारी से होने वाले शारीरिक और मानसिक कष्ट से भी बच सकते हैं।
योग दिवस पर पीएम ने किया सम्बोधन

अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लम्बा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घ जीवन प्रदान करता है। पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी जिसमें उन्होंने कहा कि योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है |

मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है; विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है। यह व्यायाम के बारे में नहीं है, लेकिन अपने भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है। हमारी बदलती जीवन- शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है। तो आयें एक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को गोद लेने की दिशा में काम करते हैं।
