- विधानसभा में कानून व्यवस्था अखिलेश यादव और सीएम योगी के बीच तीखी बहस
- कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेर रहा विपक्ष
पोलटॉक नेटवर्क | लखनऊ /आदित्य कुमार
उत्तर प्रदेश विधानसभा में सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बीच जमकर वार-पलटवार हुआ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा और तंज कसते हुए कहा कि क्या जीरो टॉलरेंस अपराध हो जाने के बाद की नीति है? मुख्यमंत्री जी बताएं कि अपराध न हों इसके लिए वह क्या कर रहे हैं?
कानून-व्यवस्था पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सवालों का जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि यूपी में अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। सीएम योगी ने कहा कि पूर्ववर्ती सपा सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया और कहा कि अब प्रदेश में कानून राज है। हर वर्ग सुरक्षित है। बहुत लोगों ने गर्मी दिखाने की कोशिश की लेकिन उनकी गर्मी शांत हो गई है।
5 साल तक दलाली चलती रही नेता सदन को पता ही नहीं
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सदन में बोलते हुए कहा, सदन के नेता सच बोलते हैं, मुझे बहुत अच्छा लगा, मैं उस मीटिंग में मौजूद नहीं था लेकिन मुझे तो अखबारों के माध्यम से पता चला कि वहां जब अधिकारियों की शिकायत हुई और सरकार की शिकायत की गई तो नेता सदन ने कहा कि आप लोग दलाली छोड़ दो, अधिकारियों को मैं सुधार दूंगा। मैं अपने नेता सदन का बहुत धन्यवाद देता हूं। 5 साल तक दलाली चलती रही, नेता सदन को पता ही नहीं चला। किन अधिकारियों को सुधार दिया?’
अखिलेश अपराधियों का समर्थन करते है -सीएम योगी
सीएम योगी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के आरोपों और सवालों का जवाब देते हुए कहा, ‘अगर अपराधी है चाहे वह कोई भी है, उसके खिलाफ कत्तई बर्दाश्त नहीं की नीति के तहत ही कार्रवाई होती है, नेता प्रतिपक्ष इस बात को समझते भी हैं और स्वीकार भी किया है कि कार्रवाई हुई है। आप (Akhilesh Yadav) तो हर उस अपराधी का समर्थन करते हैं जो प्रदेश में अराजकता के पुजारी हैं, गुंडागर्दी जिनका पेशा बन चुकी है। पिछले 5 वर्ष के अंदर प्रदेश में कानून व्यवस्था, सुरक्षा के बेहतर माहौल ने ही इस सरकार को फिर से व्यापक जन समर्थन दिया है।’
सदन में दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में जब हमारी सरकार का गठन हुआ था, उस वक्त आजमगढ़ में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हुई थी। जब हम लोगों इसकी तह में गए तो क्या यह सच नहीं था कि जहरीली शराब से निर्दोष लोगों को मारने वाला व्यक्ति समाजवादी पार्टी से जुड़ा हुआ था। हमारे पास उसके सारे तथ्य हैं और प्रमाण भी हैं। अगर मैं उसका नाम लूंगा तो आपको और भी ज्यादा बुरा लग जाएगा
अखिलेश यादव ने किया पलटवार
सीएम योगी कि इस बात पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अगर नाम ही लेना है तो पिछले 5 साल में इस तरह की घटनाओं से जुड़े सभी लोगों का नाम लीजिए। आपको रोका किसने है। आप नेता सदन हैं, सभी लोगों का नाम लीजिए। जहां तक सवाल सिद्धार्थनगर की घटना का है तो पुलिस की गोली से व्यक्ति मारा गया था लेकिन परिवार को मैनेज करते हैं यह लोग।
सिद्धार्थनगर की घटना पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के समय में कोई भी इस तरह की घटना को छुपा नहीं सकता है। इस प्रकार के हर एक मामले में बोर्ड गठित होती है, वीडियोग्राफी होती है। एफएसएल की पूरी रिपोर्ट और फिर बैलिस्टिक जांच भी होती है। इन तमाम चीजों के बाद यह तथ्य सामने आए है कि पुलिस की गोली से नहीं बल्कि एक अवैध असले से यह हत्या हुई है और दोनों में यह अंतर होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक जिम्मेदार पार्टी से होने के नाते जब सदन में आप बात करते हैं तो कोई भी ऐसी बात नहीं बोलनी चाहिए जो एक फोर्स की और पुलिसबल के मनोबल को तोड़ने वाली हो। अपराधी के खिलाफ कार्रवाई की बात तो होनी चाहिए लेकिन कोई भी ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए जो प्रदेश की सुरक्षा पर और एक जिम्मेदार पुलिसबल पर उंगली उठाता हो और उसके मनोबल को तोड़ता हो। उन्होंने कहा कि हर एक मामले में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है और सरकार फिर इस बात के लिए पूरे सदन को आश्वस्त करती है कि किसी भी अपराधी के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत ही कार्रवाई होगी।