YOGI CABINET: जितिन प्रसाद लगातार हार रहे थे चुनाव लेकिन भाजपा में आते ही खुल गया राजनीतिक ‘भाग्य’

जितिन भी हार चुके हैं दो लोकसभा और एक विधान सभा का चुनाव

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  • जितिन प्रसाद तो केशव प्रसाद से भी आगे निकले ? केशव का मंत्रालय भी गया
  • जितिन भी हार चुके हैं दो लोकसभा और एक विधान सभा का चुनाव

पोल टॉक नेटवर्क | लखनऊ

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (up vidhan sabha chunav 2022) लगातार दूसरी बार जीतने के बाद योगी मंत्रिमंडल (yogi cabinet) ने 25 मार्च को अटल बिहारी वाजपेई इकाना स्टेडियम (ekana ) में शपथ ग्रहण की। शपथ ग्रहण समारोह के बाद जब विभागों का बटवारा हुआ तो पीडब्ल्यूडी विभाग ने सबसे ज्यादा चौकाया। पीडब्ल्यूडी विभाग केशव प्रसाद मौर्य को न देकर जितिन प्रसाद को दिया गया है।

दरअसल, योगी 1.0 में पीडब्ल्यूडी विभाग उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (keshaw prasad maurya) के पास था लेकिन विधानसभा चुनाव 2022 में केशव प्रसाद मौर्य सिराथू (sirathu) विधानसभा सीट हार गए फिर भी उन्हें उप मुख्यमंत्री का पद दिया गया। केशव प्रसाद मौर्य को उप मुख्यमंत्री का पद तो दिया गया लेकिन पीडब्ल्यूडी (pwd) जैसा बड़ा मंत्रालय उनसे ले लिया गया। पीडब्ल्यूडी (pwd) विभाग जैसे विभाग की जिम्मेदारी अब ब्राह्मण चेहरा जितिन प्रसाद (jitin prasad) को सौंपी गई है।

इस फैसले पर चर्चा इसलिए की जा रही है क्योंकि जितिन प्रसाद लंबे समय से कांग्रेस पार्टी में रहे हैं। 9 जून 2021 को पार्टी से इस्तीफ़ा देकर जितिन प्रसाद बीजेपी में शामिल हुए थे। तब योगी सरकार में जितिन प्रसाद को प्राविधिक शिक्षा विभाग का प्रभार सौंपा गया था। बीजेपी फिर से सत्ता में लौटी तो जितिन प्रसाद का कद और बड़ा कर दिया गया। बीजेपी ने उनके कद को बढ़ाते हुए उन्हें पीडब्ल्यूडी का प्रभार दिया है। जबकियोगी 1.0में केशव प्रसाद मौर्य के पास पीडीडब्ल्यू विभाग था उन्हें योगी 2.0 में ग्राम विकास एवं समग्र विकास, ग्रामीण अभियंत्रण का कार्यभार दिया गया है।

केशव प्रसाद मौर्य की जगह जितिन प्रसाद का कद बड़ा करने के पीछे राजनितिक पंडितों का मानना है बीजेपी ऐसा करके विपक्ष के नेताओं को यह संदेश देना चाहती है कि दूसरी पार्टी का बड़ा नेता बीजेपी में शामिल होने के बाद भी बड़ा बना रह सकता है।

वहीं दूसरी वजह यह मानी जा रही है कि जितिन प्रसाद कांग्रेस की केंद्र सरकार में भूतल परिवहन मंत्री रह चुके हैं ऐसे में उनका अनुभव काम आ सकता है। जितिन प्रसाद के अनुभव को देखते हुए उन्हे पीडब्ल्यूडी विभाग दिया गया है। बता दें बीजेपी जितिन प्रसाद के प्रभाव वाले जिले शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, पीलीभीत, बहराइच बरेली में में अपनी सीटें बचाने में कामयाब रही है।


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