- पत्रकारिता और जनसंचार के क्षेत्र में कई नई स्वर्णिम संभावनाएं
- पैनडैमिक के दौरान विश्वस्तर पर हेल्थ कम्युनिकेशन के क्षेत्र को और विकसित किया
पोल टॉक नेटवर्क | जयपुर
यदि आप परंपरगत कोर्स से अलग कोई प्रोफेशनल कोर्स करने की सोच रहे हैं तो जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के क्षेत्र में आप अपना करियर बना सकते हैं। यहां आपको मिलता है तकनीकी, शाब्दिक और व्यावहारिक ज्ञान। बदलते दौर और डिजिटलीकरण ने रोजगार और स्वरोजगार के नए द्वार खोले हैं, तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
जर्नलिज्म एंड माॅस कम्युनिकेशन कई पाठ्यक्रमों का समागम हैं। प्रमुख रूप से इसमें दो भाग हैं पत्रकारिता और जनसंचार। पत्रकारिता में चार प्रमुख विधाओं यानी प्रिंट मीडिया, रेडियो, टेलीविजन और न्यूज पोर्टल आदि के लिए लिखने-बोलने के साथ तकनीकी रूप से भी प्रशिक्षित किया जाता है। जनसंचार का क्षेत्र थोड़ा व्यापक है। इसमें विज्ञापन, जनसंपर्क, फिल्म, विकास संचार, इवेंट मैनेजमेंट और मीडिया रिसर्च जैसे विषयों का व्यवहारिक और तकनीकी ज्ञान दिया जाता है। दोनों ही क्षेत्रों में भविष्य निर्माण की अपार संभावनाएं भी मौजूद हैं।
मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर के स्कूल आॅफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन के डायरेक्टर प्रो. अमिताभ श्रीवास्तव कहते हैं कि पत्रकारिता और जनसंचार के क्षेत्र में कई नई स्वर्णिम संभावनाएं विकसित हुई हैं। पैनडैमिक के दौरान विश्वस्तर पर हेल्थ कम्युनिकेशन के क्षेत्र को और विकसित करने की जरूरत पर जोर दिया गया है। स्ट्रैट्रिजिक कम्युनिकेशन एक दूसरी तेजी से उभरती हुई फील्ड है। राजनीतिक दलों को इन दिनों सोशल मीडिया आदि कार्य संभालने के लिए युवा प्रतिभाओं की विभिन्न स्तरों पर जरूरत महसूस हो रही है। स्ट्रैटिजिक कम्युनिकेशन से प्राप्त ज्ञान इसमें मददगार साबित होगा। इसके अतिरिक्त रक्षा, आपदा प्रबंधन, और ट्रांस मीडिया स्टोरी टेलिंग आदि क्षेत्रों में संभावनाओं का पूरा आकाश मौजूद हैं।
मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर के पत्रकारिता और जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डाॅ. सुभाष कुमार कहते हैं कि संचार तो सफलता की कुंजी है। जिसका कम्युनिकेशन बेहतरीन होगा वह हर क्षेत्र में सफलता के परचम लहराएगा। पत्रकारिता और जनसंचार इकलौता ऐसा कोर्स है जहां आपको मल्टी टास्किंग के अवसर मिलते हैं। आप अपनी पसंद का क्षेेत्र भविष्य निर्माण के लिए चुनते हैं।
फोटोग्राफी के एक्सपर्ट डाॅ. रियाज हसन कहते हैं कि फोटोग्राफी प्रारंभ से ही एक रूचिकर विषय रहा है। समय के साथ तकनीक बदली तो फोटोग्राफी और आसान हो गई, साथ ही लोगों का रूझान भी इस ओर बढ़ा है। फोटोग्राफी में रोजगार और स्वरोजगार दोनों की संभावनाएं हैं।
ये हैं कोर्स
बी.ए. जर्नलिज्म और माॅस कम्युनिकेशन।
एम.ए. जर्नलिज्म एंड माॅस कम्युनिकेशन।